कोरोना का नाम बहुत सुना था। लेकिन 25 मार्च के बाद हमें समझ में आया क्या चीज है आखिर वह। लॉक डाउन के बाद हम सभी एक दूसरे को शक की निगाह से दे
┳╱┳ *┣━┫α ρ ρ у* ┻╱┻ 🌹 *ℳỖŘŇĮŇĞ*🌹 *"आनंद" एक "आभास" है* *जिसे हर कोई ढूंढ रहा है...* *"दु:ख" एक "अनुभव" है* *जो आज हर एक के पास है...* *फिर भी जिंदगी में वही "कामयाब" है* *जिसको खुद पर "विश्वास" हे..!!* 💐💐💐सुप्रभात💐💐💐
दोस्तों घर पथ्तरों से बनता हैं ,लेकिन परिवार माँ-पिता से || हजारो फूल चाहिए एक माला बनाने के लिए,हजारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए |हजारों बून्द चाहिए समुद्र बनाने के लिए,पर “माँ “अकेली ही काफी है बच्चो की जिन्दगी को स्वर्ग बनाने के लिए..!!**********************@@*********************