मोहन बागान और ईस्ट बंगाल, भारतीय फुटबॉल की दो लोकप्रिय और विरोधी टीमें हैं, जो बंगाल राज्य में स्थित हैं। यह दोनों टीमें अपने भक्तों के बीच एक भयंकर और उत्साहभरा मुकाबला प्रस्तुत करती हैं और इस जंग का इंतजार उन्हें हर तरह के फुटबॉल प्रेमी करते हैं। मोहन बागान फुटबॉल क्लब कोलकाता के प्रमुख फुटबॉल क्लबों में से एक है। इसे 1889 में स्थापित किया गया था और इसका रंग हरा-मयूर प्रसिद्ध है। मोहन बागान के खिलाड़ी और भक्तों को "मरून एंड ग्रीन" के रंगों में पहना हुआ हरा जरूर मिलता है। यह टीम कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में योगदान देने के लिए प्रसिद्ध है और उसके बाकी क्लबों के साथ बड़े मुकाबले खेलने का गर्व है।
दूसरी ओर, ईस्ट बंगाल फुटबॉल क्लब कोलकाता का दूसरा महत्वपूर्ण फुटबॉल क्लब है। इसे 1920 में स्थापित किया गया था और इसका रंग लाल-होली वाला प्रसिद्ध है। इसके खिलाड़ी और भक्तों को "रेड एंड गोल्ड" के रंगों में पहना हुआ देखा जा सकता है। ईस्ट बंगाल भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने योगदान के लिए जाना जाता है और मोहन बागान के साथ खिलाड़ी और भक्तों के बीच मुकाबले में उत्साह की भरमार होती है।
मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के बीच के मुकाबले को "दर्शनीय दर्बार" के रूप में जाना जाता है, जहां दर्शक नहीं सिर्फ फुटबॉल का आनंद लेते हैं, बल्कि उन्हें दोनों टीमों के दर्शक एक-दूसरे के साथ भी मिलते हैं और खुशी के पल बिताते हैं। इसीलिए, बंगाल के फुटबॉल दर्शकों के दिलों में बनी हुई यह जंग आज भी एक विशेष अहसास का कारण बनी हुई है।