जगद्धात्री पूजा पश्चिम बंगाल में मनाया जाने वाला एक प्रमुख हिंदू धार्मिक उत्सव है। यह पूजा बंगाल के होगली, हुगली, बर्धमान, नदिया, और हावड़ा जिलों में विशेष रूप से मनाई जाती है, और यह उत्सव नवरात्रि के दूसरे दिन से शुरू होता है और अश्विन मास के शुक्ल पक्ष में समाप्त होता है।
जगद्धात्री पूजा को मां जगद्धात्री की पूजा के रूप में जाना जाता है, जो देवी दुर्गा की एक रूप है। इस पूजा में मां जगद्धात्री को संस्कृत श्लोकों, आरती, और भजनों के साथ पूजा किया जाता है, और इस अवसर पर विशेष धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
जगद्धात्री पूजा के दौरान, विभिन्न पंडालों में देवी के मूर्ति की स्थापना की जाती है और लाखों लोग इन पंडालों की दर्शनीयता देखने आते हैं। यह पूजा धार्मिक भक्ति और समृद्धि के अवसर के रूप में लोगों के बीच बड़े उत्साह और आनंद के साथ मनाई जाती है।
जगद्धात्री पूजा विशेष रूप से कला, संस्कृति, और भक्ति की भावना को प्रकट करने के लिए महत्वपूर्ण है। इस उत्सव के दौरान स्थानीय कलाकारों को मौका मिलता है कि वे नृत्य, संगीत, नाटक, और कविता के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करें और दर्शकों के साथ अपनी कला का आनंद लें।
जगद्धात्री पूजा बंगाल की सांस्कृतिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इस उत्सव को धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोन से महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे लोग समृद्धि, खुशियों, और शुभकामनाओं के साथ मनाते हैं और दूसरों के साथ अपनी भावनाओं को साझा करते हैं।