नही कुछ भी दुनिया मेरे साने में वो लड़की है अब्बल कि समझाने में यहाॅं तो कहीं भी नही लगता दिल मज़ा क्या है फिर तोड़ के जाने में
यूं तो बहुत कुछ मिला है तुमसेफिर भी मुझको गिला है तुमसेख्वाब आंखों में तुम्हारे हैं अहसास बातो में तुम्हारे हैफिर भी मेरा प्यार मेरा करार अछूता है तुमसे।इस डूबती कश्ती को पार लगाया तुमनेमंजिलों
मोहब्बत इतनी है तुमको मोहब्बत से मोहब्बत छेड़ते जाओ मोहब्बत से दिलो को तोड़ना ही है मोहब्बत क्या दिलो को तोड़ते जाओ मोहब्बत से