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ऑनलाईन शॉपिंग बनाम पारंपरिक खरीदारी

18 अक्टूबर 2022

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आज पूरे भारत में डिजिटल मार्केटिंग का क्रेज बढ़ चुका है। कोई भी आदमी नही चाहता है की हम घर से खरीदारी के लिए निकले सब किसी को जरुरत की चीजे घर बैठे ही चाहिए। ऑनलाईन में जो प्राइज फिक्स है ग्राहक उसी में संतुष्ट है । जबकि पुराने जमाने में जब यह सब नहीं था तो लोग जो भी समान खरीदते थे उसे देख और सोच समझ कर खरीदते थे। आज से 10 साल पहले हम लोग भी ऑफ लाईन मार्केटिंग करते थे। शाम होते ही साईकिल में झोला लटकाए हम सब बाजार करने के लिए आपने अपने घर से निकलते थे। रास्ते में लोगो से मिलना कुछ देर पैदल चलना एक दूसरे को जानना और उसके बारे में जानकारी प्राप्त करना । राशन की दुकान पर आलु प्याज का मोल भाव करने में जो आनंद था ओ आज के ऑनलाईन मार्केटिंग में कहा मिलेगा। कपड़ा के दुकानदार के पास जाकर बहुत सारे कपड़े देखने के बाद बोलना की मुझे पसंद नहीं और फिर सामने वाले दुकानदार के पास चले जाना कितना रस भरा था । आज ऑनलाइन के कारण लोग घर में ही दुबके रह रहे है। मानो कोई जुल्म किया हो और उसकी सारी आजादी समाप्त कर दी गई हो। घर मे दुबके रहने से उनको क्या अपने ही घर मे क्या घुटन महसूस नहीं होती होगी। आज ऑनलाईन द्वारा खरीदी गई 
किसी भी समान को घर तक पहुंचाने में 2से 3 दिन का समय जरुर लग जाता है। 
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हमे होती परेशानी

17 अक्टूबर 2022
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एक बेटी अपने शराबी पिता से बोलती है पापा मुझे एक बात बता दोरानी बेटा मुझे कहते हो जिससे होती बदनामी आपकीवहीं काम क्यो करते हो ।।क्यो करते हो ऐसे पापाजिससे हो बदनामी आपको तो गम नहींहमे ह

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खबर से तेरी हम बे खबर हो गए

17 अक्टूबर 2022
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ख़बर से तेरे हम बे खबर हो गयेकुछ खबर ऐसी सुने हम तेरी ख़बर की ख्यालों में डूब गएकुछ ऐसी कह गई तेरी सहेली ।खबर को सुन खौला खूनआग लगा दी खबर तेरीमै सोचा तुम हो सामनेसब कुछ सुन सह गई तेरी सहेली । ।

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मैसेज न करना प्लीज

17 अक्टूबर 2022
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बोल कर चली गई मैसेज न करनाप्लीज गलती ऐसी न करना।हम रात भर जागे सोचता रहाकर दे एक मैसेज पर डरता रहा ।।मैं भी मूर्ख व्हाट्सएप ना देखामूवी में मैं उलझा रहाजब बीती दो पहर की रातेउनका जवाब देख सोचता रहा।रो

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ऑनलाईन शॉपिंग बनाम पारंपरिक खरीदारी

18 अक्टूबर 2022
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आज पूरे भारत में डिजिटल मार्केटिंग का क्रेज बढ़ चुका है। कोई भी आदमी नही चाहता है की हम घर से खरीदारी के लिए निकले सब किसी को जरुरत की चीजे घर बैठे ही चाहिए। ऑनलाईन में जो प्राइज फिक्स है ग्राहक उसी म

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हमको तो तेरे पास आना है

19 अक्टूबर 2022
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छोड़ सारे बंधन को हमको एक सांसे होना है तू लाख मुझे माना करे हमको तो तेरे पास आना है।एक अजीब सी तड़प होती मन को तू बेचैन करती अच्छा तेरे प्यार में मर जाना हैहमको तो तेरे पास आ

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लौटा दो मेरी मां को

27 अक्टूबर 2022
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सब कुछ खरीदा सब कुछ पाया ना मिली माँ की ममता और बाप जैसा साया कभी कभी सोचता हूं कैसी है तेरी म

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