लड़की जब अपने घर रहती है ,तो उसके मां बाप उसे पराया धन कहते हैं और जब ससुराल जाती है तो वहां भी उसे पराए घर की कहा जाता है ,लड़की सोचती है की आखिर उसका घर कौनसा है ,उसके अपने कौन है,,,
मैं दिनेश दुबे, मुंबई में रहता हूं। बचपन से कहानियां पढ़ने और लिखने का शौक था और आगे चल कर फिल्म लाइन में काम करने लगा। मैंने काफी एड फिल्म लिखी और डायरेक्ट की हैं। इसके अलावा कई कहानियां और स्क्रिप्ट पहले भी लिखी है। कुछ डिजिटल प्लेटफार्म पर कहानिया