हम चाहते है अपनी हथेली पर कुछ इस तरह का सच जैसे गुड़ की चाशनी में कण होता है जैसे हुक्के में निकोटिन होती है जैसे मिलन के समय महबूब की होठों पर कोई मलाई जैसी चीज़ होती है
पाश का पूरा नाम अवतार सिंह संधु था। पंजाब के प्रमुख कवियों के रूप में उनको जाना जाता है। पाश की पहली कविता 1967 में छपी, जबकि पहली कविता उन्होंने पद्रह वर्ष की आयु में लिखी थी। कवि के रूप में पाश को