3 जनवरी 2022
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जिंदगी की जुस्तजू और मन में उठते भाव, कोई नजरअंदाज करे कोई सुने लेकर चाव, एक प्रसंग पढ़कर ही न विचार बनाइयें, पूरी पुस्तक पढ़कर खुद को तो दोहराइए, जो गुम न हुए खुद में ही तो हमे बताएं, सच कहे क्या इन भावो से आप खुद भी बच पाएं, यदि पसंद आये तो हौसला अफजाई कर, अगली पुस्तक पर भी प्रकाश डाले, हम सबकी जिंदगी कहानी किस्सों सी, जहां खुद ही ढूंढ रहे अंधेरो में उजाले....D
माइंड ब्लोइंग बोले तो एक दम झकास सुपर से भी ऊपर ☺️☺️ जानदार शानदार जोरदार जबरदस्त 😊😊
3 जनवरी 2022
बहुत khubsurat लिखा आपने दीदू💐💐 https://shabd.in/post/10011736/b-samaj-ko-sudharna-hoga---
3 जनवरी 2022
Very Nice Poem
3 जनवरी 2022