6 मार्च 2022
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जिंदगी की जुस्तजू और मन में उठते भाव, कोई नजरअंदाज करे कोई सुने लेकर चाव, एक प्रसंग पढ़कर ही न विचार बनाइयें, पूरी पुस्तक पढ़कर खुद को तो दोहराइए, जो गुम न हुए खुद में ही तो हमे बताएं, सच कहे क्या इन भावो से आप खुद भी बच पाएं, यदि पसंद आये तो हौसला अफजाई कर, अगली पुस्तक पर भी प्रकाश डाले, हम सबकी जिंदगी कहानी किस्सों सी, जहां खुद ही ढूंढ रहे अंधेरो में उजाले....D
बेहतरीन है आपकी रचना श्री राम जी आपको स्वस्थ और प्रसन्न चित्त रखे।। शुक्रिया जी
29 मार्च 2022
ह्रदय स्पर्शी रचना।
10 मार्च 2022
बहुत बढ़िया
6 मार्च 2022
Amazing likha aapne dear 👏👏👏👏
6 मार्च 2022