देवेश की पत्नी अपनें दोनों बच्चों को स्कूल में छोड़नें जाती है, वह सात माह की गर्भवती थी,रास्ते में अक्समात एक प्रेत उस पर अटैक करदेता है,वह ठोकर खाकर गिर जाती है,बच्चों को वह दर्द सहन करती किसी तरह स्कूल में छोडाती है,पर घर आते आते वह भयंकर पीड़ा से भर उठती है और घर में विस्तर पर बेहोश हो जाती है,आगे की कहांनी जान नें हेतु पढ़ें। "पिशाचिनी का प्रतिशोध "
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