प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक के सबसे लंबे समुद्री ब्रिज का उद्घाटन के पूर्व, शुक्रवार को नासिक के कलाराम मंदिर में 'स्वच्छता अभियान' में हिस्सा लिया। इसमें उन्होंने कलाराम मंद
आज कल हम देखते हैं की कुछ योग्यतापूर्ण छात्रों के बड़े बड़े सपने होते हैं| वे अपने और अपने परिवार के हर सपने को पूरा करना चाहते हैं| उनके अंदर योग्यता भी भरपूर रहती है लेकिन उनकी कमजोर आर्थिक स्थिति उन्हें उनकी जिंदगी से काफी पीछे छोड़ देती है| आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वे अपनी शिक्षा पूरी नहीं
सोमवार को प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी की चल और अचल संपत्ति का विवरण पेश किया गया।मौजूदा समय में प्रधानमंत्री के पास 2 करोड़ 28 लाख की कुल संपत्ति है जबकि साल 2014 में प्रधानमंत्री मोदी की संपत्ति डेढ़ करोड़ थी 2014 से अब तक प्रधानमंत्री मोदी की संपत्त
गिरीश मालवीयकोई व्यक्ति देश के प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए इस कदर कैसे झूठ बोल सकता है क्या पद की गरिमा का उसे जरा सा भी ख़याल नही है प्रधानमंत्री मोदी के ऑफिस पीएमअओ से ऑफिशियल ट्विट किया गया कि ‘आजादी के बाद 67 सालों में 65 एयरपोर्ट बन
हिंदुस्तान में कुछ एक विषय ऐसे हैं जिन पर बिना तैयारी के बोला जा सकता है। देश का भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, दहेज प्रथा और राजनीति की सफाई, ये ऐसे विषय हैं जिस पर कभी भी डिबेट करा लीजिए, घंटा दो घंटा गुजर जाएगा और पता ही नहीं चलेगा। दरअसल, इस पर सिर्फ बात की जाती है, काम करना
वक्त बुरा होने पर इंसान वह काम भी करने लगता है जिसके बारे में उसने कभी सोचा भी नहीं होगा. कब अमीर गरीब बन जाए और कब किसी गरीब की किस्मत पलट जाए कुछ कहा नहीं जा सकता. व्यक्ति की किस्मत में जो लिखा है वह होकर ही रहता है. आपकी किस्मत कोई नहीं बदल सकता. राजा को रंक बनते और रं
भारत के ज़्यादातर बड़े शहरों में जब भी कोई पैदल घूमना चाहता है या साइकिल लेकर सड़क पर निकलना चाहता है तब उसे मायूस होकर या खीज कर कहना ही पड़ता है की सब जगह बाइक या कार वाले ही भरे हुए हैं. साइकिल के लिए तो जगह ही नहीं है.अगर कोई बेचारा हिम्मत कर साईकिल लिए दिल्ली की सड़क पर न
40 वर्ष की उम्र में प्रधानमंत्री बनने वाले श्री राजीव गांधी भारत के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री थे और संभवतः दुनिया के उन युवा राजनेताओं में से एक हैं जिन्होंने सरकार का नेतृत्व किया है। उनकी माँ श्रीमती इंदिरा गांधी 1966 में जब पहली ब
भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अब पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं, लेकिन उनकी स्मृतियां अभी भी देश के लोगों के जहन में जीवित है। बीजेपी के नेता और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अटल बिहारी वाजपेयी की एक बहुत पुरानी तस्वीर शेयर की है,
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हुआ. सब लोगों ने उन्हें नम आंखों से श्रद्धांजलि दी. सोशल मीडिया पर उनके नाम का हैश टैग ट्रेंड करता रहा. उनके किस्से-कहानियां सुनाए जाने लगे, लेकिन इस सब के बीच वे लोग भी सक्रिय रहे जो हमेशा अफवाहें फैलाने का काम करते हैं. इस ब
कड़े फैसले लेने वाले प्रधानमंत्री, संवेदनाओं के रस में डूबी कविताएं लिखने वाले कवि, हाजिरजवाब और कुशल वक्ता...देश के पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ढेर सारी खूबियों वाली शख्सियत थे। उनके निधन से एक तरफ जहां पूरा देश गम में डूबा है, वहीं दूसरी तरफ उनका ऐसा वीडियो सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहा है, जिस
भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार शाम 5.05 बजे निधन हो गया। वे 93 वर्ष के थे। अटलजी के निधन पर 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा गई की।अटल बिहारी वाजपेयी दो महीने से एम्स में भर्ती थे, लेकिन पिछले 36 घंटों के दौरान उनकी सेहत बिगड़ती चली गई। उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा
भारतीय राजनीति में ऐसे गिने चुने ही नेता रहे जिन्हें ना केवल जनता बल्कि राजनीतिक बिरादरी में भी दिली सम्मान मिला। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी भी उन्हीं राजनेताओं में से एक रहे जिन्हें राजनीती से इतर ऐसा सम्मान मिला जो बहुत कम लोगों को मिलता है। दिल्ली के एम्स मे
16 अगस्त 2018. शाम के पांच बजकर पांच मिनट हो रहे थे. दिल्ली के सबसे बड़े अस्पताल एम्स के बाहर देश-दुनिया की मीडिया के साथ ही नेताओं का भी जमावड़ा लगा हुआ था. सबको उम्मीद थी कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री रहे वाजपेयी को लेकर कुछ अच्छी खबर आएगी. खबर आई भी, लेकिन बुरी खबर आई.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया. एम्स के मीडिया एवं प्रोटोकाल डिविजन की अध्यक्ष प्रो. आरती विज की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि गहरे शोक के साथ हम पूर्व प्रधानमंत्री अट
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया है। वे पिछले करीब दो महीने से एम्स में भर्ती थे और बीते तीन दिनों से जीवन रक्षक प्रणाली पर चल रहे थे। बुधवार सवेरे से ही उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी।एम्स के अनुभवी डॉक्टर लगातार उनकी देखरेख में लगे हुए थे। इसी बीच कल द
देश के पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता अटल बिहारी वाजपेयी !!!
हम हर साल 14 सितंबर को हिन्दी दिवस मनाते हैं आपके मन में ये सवाल जरूर आता होगा कि इसी दिन क्यों मनाया जाता है हम आपको बताते हैं 14 सितंबर को ही हिन्दी दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि आज ही के दिन 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने एक मत से यह निर्णय लिया था कि हिन्दी भारत
राजधानी दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत नाजुक बनी हुई है. पिछले 36 घंटे में उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ है. इस बीच थोड़ी देर में एम्स की ओर से वाजपेयी का नया हेल्थ बुलेटिन जारी किया जाएग