40 वर्ष की उम्र में प्रधानमंत्री बनने वाले श्री राजीव गांधी भारत के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री थे और संभवतः दुनिया के उन युवा राजनेताओं में से एक हैं जिन्होंने सरकार का नेतृत्व किया है। उनकी माँ श्रीमती इंदिरा गांधी 1966 में जब पहली ब
कुछ और ज्ञानवर्धक सामग्री । तो ये है एकता कपूर और उसके टीवी सीरीयलस के पीछे का सत्य ! विडियो जरूर देखें । Rajiv Dixit – RajivDixitMp3.Com
पहले आप एक खास बात जाने ! कुल 70 देश है पूरी दुनिया मे जो भारत से पहले और भारत से बाद आजाद हुए हैं भारत को छोड़ कर उन सब मे एक बार सामान्य हैं कि आजाद होते ही उन्होने अपनी मातृ भाषा को अपनी राष्ट्रीय भाषा घोषित कर दिया ! लेकिन शर्म की बात है भारत आजादी के 65 साल बाद भी नह
मित्रो बहुत सारे बुखार तेजी से भारत देश मे फैल रहे है । करोडो की संख्या मे लोग इससे प्रभावित हो रहे है। और लाखों लोग मर रहे है। हमेशा की तरह सरकार हाथ पर हाथ रखे तमाशा देख रही है।श्री राजीव दीक्षित जी ने गाँव-गाँव घूम-घूम कर आयुर्वेदिक दवा से लाखो लोगो को बचाया है।। और ये
मित्रो बहुत सारे बुखार तेजी से भारत देश मे फैल रहे है । करोडो की संख्या मे लोग इससे प्रभावित हो रहे है। और लाखों लोग मर रहे है। हमेशा की तरह सरकार हाथ पर हाथ रखे तमाशा देख रही है।श्री राजीव दीक्षित जी ने गाँव-गाँव घूम-घूम कर आयुर्वेदिक दवा से लाखो लोगो को बचाया है।। और ये
देश की आधे से ज्यादा जनता कोल्डड्रिंक्स पर टिकी है। खासकर इसे पीने का मजा गर्मी में आता है जब भरी धूप में चिल्ड कोल्डड्रिंक पीने को मिल जाए। पूरे देश में कोका-कोला, पेप्सी, ड्यू, फैंटा और लिम्बा धड़ल्ले से बि
घर के छोटे-छोटे खर्चों को अगर आप कंट्रोल में कर पाते है तो बड़ी बचत कर सकते हैं। मसलन आप सीमित उपयोग से बिजली का बिल कम कर सकते हैं, मोबाइल खर्च को भी कंट्रोल किया जा सकता है आदि। इसी तरह आप अपने रसोई गैस के खर्च को भी कंट्रोल कर सकते हैं
पञ्चगव्य के बारे में और अधिक जाने- Www.panchgavya.orgराजीव भाई के मित्र महान गौ विज्ञानी श्री निरंजन वर्मा जी ने अपने लगभग 20 वर्षों की मेहनत से एक मीटर बनाया जो किसी भी वस्तु की ऊर्जा माप सकता है।Like us on Facebook-https://www.facebook.com/Bharat1mandir/Follow us on
Bharat ko gulam रखने ke लिए मैकॉले में करवाई थी कॉन्वेंट (लावारिस child)school की शुरुआतPlease don't forget to link, Share , comment & most important SUBSCRIBE https://www.youtube.com/channel/UCx0G...Source : Dainik Bharat Music address:By youtube audio library search :-
जब अमरीकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन रिटायर हो रहे थे तो राष्ट्रपति के तौर पर अपने अंतिम भाषण में उन्होंने कहा कि ” सोवियत संघ के ख़त्म होने के बाद हमारे दो ही दुश्मन बचे हैं, एक चीन और दूसरा भारत ” |रोनाल्ड रीगन के बाद जो राष्ट्रपति आये उसने जो पहले दिन का भाषण दिया संसद मे
Home/Videos/हमारी माताओ-बहनों पर अंग्रेज़ो की हैवानियत का ये मंजर देख खून खौल उठेगा । share करना ना भूलें ।कुछ और ज्ञानवर्धक सामग्री ।comments§Home/Videos/क्या आप भी Refined या वनस्पति तेल का प्रयोग करते है ?? एक बार ये विडियो जरूर देखें Rajiv Dixitकुछ और ज्ञानवर्धक सामग्र
lifebouy है जहां तंदरुस्ती है वहाँ !________________________दोस्तो ये कैसा मूर्खता का विज्ञापन हर समय विदेशी कंपनी द्वारा TV पर दिखाया जाता है !( lifebouy है जहां तंदरुस्ती है वहाँ !) इसका मतलब तंदरुस्ती lifebouy से आ रही है ?तो रोटी -पानी क्यूँ कर रहे हो भाई ???खाना क्यू
मित्रो आपने आजतक बहुत से साधू ,संतो से राम कथा सुनी होगी ! लेकिन शायद ही कोई ऐसा साधू ,संत होगा जिसने आपको ये बताया हो की राम कथा मे आज के भारत की सभी गंभीर से गंभीर समस्याओ का समाधान छिपा है ! राजीव भाई ने बहुत से साधू – संतो से पूछा कि मुझे ये बताएं कि प्रभु श्री राम ने
“Indian” शब्द का अर्थ है हरामी संतान:आपने पढ़ा होगा अंग्रेजोँ के समय मेँ सिनेमाघरोँ और कई सार्वजनिक जगहोँ पर “Dogs and Indians are not allowed” का बोर्ड लगा रहता था इसी से आप समझ सकते हैँ अंग्रेज के लिये इंडियन्स की क्या वैल्यू थी।लेकिन यदि आप ऑक्सफ़ोर्ड की पुरानी डिक्शन
आज गम्भीर बातें नहीं हो रही हैं न समाज में न संसद में | जिनको देश को दिशा देनी चाहिये वो दिशाहीन हो गये हैं | दिशाहीन लोग समाज को दिशा नहीं दे पाते | मेरे जैसे आदमी को इस काम में लगना पड़ा ये मैं खुशी से नहीं लगा, देश की परिस्थितियाँ, देश के हालात, बढ़ते हुए अंतर्राष्ट्री
क्या आप जानते है कुछ दिनों से हमारे देश में एक अभियान चल रहा है शंकराचार्य के मठ पर सरकार कब्ज़ा करने जा रही है, कांचीपुरम शंकराचार्य जी के मठ पर सरकार कब्ज़ा करने की पूरी तैयारी कर चुकी है, इसके लिये उनके ऊपर चार्जेस लगाये गए है उनके खिलाफ 2000 पेज की चार्जशीत फाइल की गई ह
दुनिया जब इतनी तेज़ नहीं थी. और डिजिटल के नाम पर पेट्रोल पंप और पीसीओ पर पैसा दिखाने वाली मशीन बस होती थी. कुछ थे कि जिनके पास डिजिटल घड़ी भी होती थी. तब और तब के पहले भी दुनिया के काम चलते थे. लोग पैदा होते, और मरा करते. माने सिर्फ इतना ही नहीं करते, इस बीच शादी भी करते, ब
वर्ष 1947 में अखण्ड भारत के विभाजन के बाद जब स्वतंत्र भारत का उदय हुआ, तत्समय कश्मीरी पण्डित पं. नेहरू की गहन राजनैतिक भूल (समय पूर्व काश्मीर मुद्दे को सयुक्त राष्ट्र संघ में ले जाने) का परिणाम ही हैं कि आज 13297 किलोमीटर में फैला व चार करोड़ जनसंख्या वाला भू भाग नासूर बनकर कश्मीर ‘‘(प