भारतीय राजनीति में ऐसे गिने चुने ही नेता रहे जिन्हें ना केवल जनता बल्कि राजनीतिक बिरादरी में भी दिली सम्मान मिला। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी भी उन्हीं राजनेताओं में से एक रहे जिन्हें राजनीती से इतर ऐसा सम्मान मिला जो बहुत कम लोगों को मिलता है। दिल्ली के एम्स में जीवन रक्षक प्रणाली में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बेहतर स्वास्थ्य के लिए देश प्रार्थना कर ही रहा था कि इस बीच आजकल शाम 5 बजकर 5 मिनट पर उनके निधन की दुखद खबर आ गई।
भारतीय जनता पार्टी के 93 वर्षीय दिग्गज नेता को गुर्दे में संक्रमण, मूत्र नली में संक्रमण, पेशाब की मात्रा कम और सीने में जकड़न की शिकायत के बाद 11 जून को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली (एम्स) में भर्ती कराया गया था। जिसने भी भारतीय राजनीति के चहेते व्यक्तित्व अटल बिहारी बाजपेयी के निधन की खबर सुनी , एक बार के लिए स्तब्ध रह गया।
ऐसे वक्त में हम आपका ध्यान लोकसभा में साल 2003 के वाजपेयी के एक ऐसे भाषण की ओर दिला रहे हैं, जिसमें वे तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष सोनिया गांधी पर नाराज हो गए थे। सोनिया गांधी ने सरकार पर हमला बोलने के लिए जिन शब्दों का चयन किया था वह तत्कालीन पीएम वाजपेयी को नागवार गुजरी थी।
सोनिया गांधी के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए वाजपेयी ने कहा था- ‘आपने (सोनिया गांधी) एक ही वाक्य में Incompetent (अक्षम), Insensitive (असंवेदनशील), Irresponsible (गैर जिम्मेदार) और Brazenly Corrupt (भ्रष्टतम) शब्द प्रयोग किया है। राजनीतिक क्षेत्र में आपके साथ जो कंधा से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं इसी देश में मतभेद होंगे, उनके बारे में आपका ये मूल्यांकन है, मतभेद प्रकट करने का ये तरीका है।
ऐसा लगता है जैसे शब्दकोश से शब्द ढूंढे गए हैं। वाजपेयी ने अपने भाषण में सोनिया गांधी से कहा कि भारत में इन शब्दों से अपने राजनीतिक विरोधियों पर हमला करने की सभ्यता नहीं रही है। मालूम हो कि अटल बिहारी वाजपेयी अपने विरोधियों पर हमले तो करते थे, लेकिन शब्दों की मर्यादा को कभी भी नहीं खोते थे। वे सामने वाले से भी ऐसी ही उम्मीद करते थे।
VIDEO: जब लोकसभा में सोनिया गांधी पर भड़क गए अटल बिहारी वाजपेयी, डांटते हुए सिखाई थी सभ्यता |