प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक के सबसे लंबे समुद्री ब्रिज का उद्घाटन के पूर्व, शुक्रवार को नासिक के कलाराम मंदिर में 'स्वच्छता अभियान' में हिस्सा लिया। इसमें उन्होंने कलाराम मंदिर का दौरा किया और संत एकनाथ द्वारा मराठी में रचित 'भवर्थ रामायण' के छंदों को सुना।
प्रधानमंत्री ने मंदिर परिसर की सफाई करने में भी सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने एक हाथ में पानी से भरी बाल्टी और दूसरे हाथ में पोछा लिए हुए नजर आए, जो एक स्वच्छता संदेश की प्रतीक्षा करते हैं। मंदिर परिसर में स्वच्छता अभियान के तहत पोछा लगाते हुए उन्होंने लोगों से 22 जनवरी तक अपने आस-पास के मंदिरों में सफाई अभियान चलाने का आग्रह किया।
पीएम मोदी ने अपने विशेष अनुष्ठान के दौरान 11 दिनों तक अन्न न ग्रहण करने का निर्णय लिया है और इस समय में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया। उन्होंने नासिक के पंचवटी इलाके में स्थित कालाराम मंदिर में पूजा-अर्चना की और साथ ही देशवासियों से 22 जनवरी तक तीर्थ स्थानों और मंदिरों में स्वच्छता अभियान चलाने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा, '22 जनवरी तक हम सभी देश के तीर्थ स्थानों और मंदिरों की साफ-सफाई करें, स्वच्छता का अभियान चलाएं। आज मुझे कालाराम मंदिर में सफाई करने का सौभाग्य मिला है। राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान सभी तीर्थ स्थानों में स्वच्छता अभियान चलाएं।'
इस दौरान, प्रधानमंत्री ने सामाजिक सबसे नीचे रहने वाले स्वर्गीय कालाराम बाबा को भी याद किया और उनके आदर्शों की महत्वपूर्णता पर बात की। उन्होंने लोगों से साफ-सफाई और स्वच्छता की दिशा में सहयोग करने का आग्रह किया और विशेषकर मंदिरों में इसे बढ़ावा देने के लिए समर्थ बनाने की अपील की।