मुगल साम्राज्य की स्थापना के बाद जब तलवार के जोर पर धर्म परिवर्तन का सिलसिला चल पड़ा तो भय और अज्ञान के कुहासे को समूचे हिन्दुस्तान से मिटाने के लिए सन् 1469 को लाहौर के तलवंडी गांव में सिक्ख धर्म
दीपावली दीपों का पर्व है… उजाले का पर्व है… बुराई परअच्छाई की जीत को मनाने का पर्व है… सच ही कहा गया है –“दीपों की अगणित अवली से, अन्धकारका हुआ नाश ।” बच्चोंने फुलझड़ियाँ छोडीं, चारों ओर हुआ प्रकाश ॥”हमारा देश भारत त्योहारों का देश है. यहाँ वर्ष भर कोई-न-कोई त्यौहारआ