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(प्रकृति)

12 जून 2022

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प्रकृति)

.... पानी की बौछारो से सबकी प्यास बुझाई,
.....बारिश में चारों और हरियाली लाई,
.....ठंड में शांति दिलाई,
.....गर्मी में फसल कटाई,
....इस तरह मानव की लाज बचाई।
      
                           ........रामबाबु सोलंकी.....

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Rambabu solanki

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