shabd-logo

(प्रकृति)

12 जून 2022

28 बार देखा गया 28
प्रकृति)

.... पानी की बौछारो से सबकी प्यास बुझाई,
.....बारिश में चारों और हरियाली लाई,
.....ठंड में शांति दिलाई,
.....गर्मी में फसल कटाई,
....इस तरह मानव की लाज बचाई।
      
                           ........रामबाबु सोलंकी.....

Rambabu solanki की अन्य किताबें

कविता रावत

कविता रावत

भीषण गर्मी के बाद जब पहली बार बादल बरसते हैं तो प्रकृति उसका कितने खुले मन से स्वागत करती हैं, यह देखते ही बनता है। शब्द इन मंच पर स्वागत है आपका

12 जून 2022

Rambabu solanki

Rambabu solanki

12 जून 2022

हा जी

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए