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प्रेम अब खंडित रहेगा।

31 मई 2024

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मिल रही थी भाग्य रेखा किंतु इनको मोड़ डाला

एक पल सोचा नहीं और बन्धनों को तोड़ डाला


मौन अधरों ने किये थे अनकहे संवाद तुमसे

व्यर्थ था लेकिन मेरा इतना सरल अनुवाद तुमसे


मिल के बिछड़े खग युगल ये,

सर्वदा चर्चित रहेगा।

प्रेम खंडित कर गये तुम,

प्रेम अब खंडित रहेगा।

– शुभम आनंद मनमीतarticle-image 

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प्रेम अनुभूति

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कई महीने साल गुजर जाते आँखों मे नींद नही होती

21 मई 2024
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कई महीने साल गुजर जाते आँखों मे नींद नही होती, जब एक मासूम सा दिल टूटता.. मन के भीतर शोर होता बाहर नीरसता पसरी होती, जीवन से मोह नही पर मर नही सकते, कायर थोड़े हैं.. अन्न का हर निवाला फिर आँ

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एक साथी ऐसा भी

3 जून 2024
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होना चाहिए____एक साथी ऐसा भीज़िन्दगी में जो अलग हो दायरों से..सामाजिक रिवाज़ों से,बाँटते समय जिससे अपना अंतर्मन,ये ख्याल ही न आये किवो सखी है या सखाजो समझे आपको..आपकी ही तरहजिससे मिलकर लगे..जैसे हो गय

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