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#ज़िन्दगी 

hindi articles, stories and books related to #zindagi 


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मिल रही थी भाग्य रेखा किंतु इनको मोड़ डालाएक पल सोचा नहीं और बन्धनों को तोड़ डालामौन अधरों ने किये थे अनकहे संवाद तुमसेव्यर्थ था लेकिन मेरा इतना सरल अनुवाद तुमसेमिल के बिछड़े खग युगल ये,सर्वदा चर्चित रहे

जाने ये ज़िन्दगी कहाँ जा रही है ....  ठहरी भी नही है..  गति इसकी महसूस भी होती नही है....  अकेले ही चली जा रही है....  या किसी के साथ बह रही है...  न जाने तूफान की तरफ जा रही है...  या ठहराव से

ज़िन्दगी अपनी रफ्तार से आगे बढ़ती हैयानी उम्र जीवन की हर पल घटती हैजैसे रेत ले लो मुट्ठी मेंफिर वो धीरे धीरे फिसलती है।ज़िन्दगी के हर पल को जीना सीख लोछोटी छोटी खुशियों में बड़ी खुशियाँ ढूँढ़ लोज़िन्दगी संग

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क्या बताएं हमें क्या- क्या दिखाया है ज़िन्दगी ने।कसम से बहुत ही जादा तड़पाया है ज़िन्दगी ने।जिन गलत रास्तों से दूर रहना चाहते थे हम।उन्हीं रास्तों में बार बार चलाया है ज़िन्दगी ने।।जो ना करने को जमाने को

जी लीजिये अपनी जिंदगी न किसी की परवाह कीजिएउसूल है जिंदगी का एक हाथ लीजिए एक हाथ दीजिए सनसनी खबर सी चल रही हो गर जिंदगी लेकर उसूलों का रिमोट चैनल ही बदल लीजिएठीक है तुम जीत गए हम हार मान गएजानते नहीं थे ज्यादा तुम्हें पर अब तो पहचान गएन अब हमें इस तरह सार्वजनिक ताना दीजिएलेकर उसूलों का रिमोट चैनल ही

आ गयी है ज़िंदगीआ गयी है ज़िंदगी ऐसे पड़ाव पर कहना है अलविदा अपने आप से रिश्तों के तानेबानेलगने लगे हैं बेज़ार से मिलना है जिनसे आख़िरी बार हैं कुछ पास तो कुछ हैं, दूर होगी उनसे बातया मुलाक़ात मालूम नहीं थमने को हैं साँसेबस इंतेज़ार में आ गयी है ज़िंदगी ऐसे पड़ाव पर २८ नवंबर २०२०दिल्ली

सवालों और जवाबों के चक्रव्यूह में फँस गयी है ज़िंदगी कल क्या हुआ कल क्या होगा यह मेरा है, वो तेरा इन्ही, सवालों और जवाबों के चक्रव्यूह में फँस गयी है ज़िंदगी दुनिया क्या कहेगी यह सही वो ग़लत यह अच्छा वो बुरा इन्ही, सवालों और जवाबों के चक्रव्यूह में फँस गयी है ज़िंदगी २३ जनवरी २०२१जिनेवा

बड़ी उम्मेदे थी बड़े होने के। सोचा था ज़िन्दगी आसान हो जाएगी, चीज़ें समझ आने लगेंगी। पर क्या पता ये भी एक धोखा होगा। स्कूल ख़तम करके सब सही हो जाएगा। कॉलेज के तीन साल फिर तो और कुछ करना ही नहीं पड़ेगा। सब झूठ। फरेब हुआ है हमारे साथ। अब क्या करे। ये तो किसी ने बताया ही नहीं की ये सब तो बस तैयारी थी। असली ज

इतने लम्बे इंतजार के बाद पल भर के लिए खुशयां आई,पलक झपकते पल बीता और फिर किस्मत ने मेरी हंसी उडाई,किस्मत की बात करू तो किस्मत हँस पड़ती है ,हंसने की बात करू तो आखें छलक पड़ती है,बीतें लम्हों में जिंदगी बीतते है.कितनी पुरानी जिंदगी में हर पल नया पाते है,ख्यालो में जिंदगी को सिर्फ पाते है,इस तलाश में ना

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मेरी जिंदगी खराब करई री मेरी माँ मेरी जिंदगी खराब करई री मेरी माँ है री री मेरी माँ मरी री री मेरी माँ है री री मेरी माँ मरी री री मेरी माँ मेरी जिंदगी खराब करई री मेरी माँ मेरी जिंदगी खराब करई री मेरी माँ पुरे सांग क लिरिक्स देखने के लिए निचे लिंक पर क्लिक करे Meri Zindagi Kharaab Lyrics in Hindi

नज़र कुछ कह ना सकी,...नज़र कुछ कह ना सकी, सितारों के बीच,चाँद जो अपने मुखड़े को, ली थी सींच,एक झलक, तो मिल ही गयी मुझे दूर,मानो जैसे, बन गयी, मेरे आँखों की नूर,कुछ गरम साँसे, छू कर निकल गयी पास,लगा ऐसे, तुम मेरी हो कितनी ख़ास,मूड के देखा, बैठी थी तुम, लिए आँखों में अंग्रा

p.p1 {margin: 0.0px 0.0px 0.0px 0.0px; font: 21.0px 'Kohinoor Devanagari'; color: #454545}p.p2 {margin: 0.0px 0.0px 0.0px 0.0px; font: 21.0px '.SF UI Display'; color: #454545; min-height: 25.1px}p.p3 {margin: 0.0px 0.0px 0.0px 0.0px; font: 21.0px '.SF UI Display'; color:

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कसौटी ज़िन्दगी की में हाई वोल्टेज ड्रामाअधिक जानकारी के लिए: https://hindi.iwmbuzz.com/television/spoiler/komolikas-financial-favour-to-break-anurag-prernas-relationship-in-kasautii-zindagii-kay/2019/02/19

मेरी ख़ुशी के लम्हे इस कद्र छोटे हैं यारो;गुज़र जाते हैं मेरे मुस्कुराने से पहले ||READ MORE HERE!!!

यह ज़िन्दगी जो भँवर जाल है ,यह ज़िन्दगी ही मृत्यु काल है।समय रथ पर जो तू है सवार ,यह सारी समय की ही चाल है।घिरी अन्धकार में तेरी वीरता ,तेरी निष्ठा ही एक मशाल है ।वो अनजानी सी राह पर निकले ,सारी दुनिया का बस यही हाल है ।लकीरों वाली तेरी किस्मत ,तेरे कर्मों का ही परिणाम है ।उम्मीद सुखी रूखी सी ही सही

इस चार दिन की ज़िंदगी में चार पल ख़ुशी के हैं तू जी ले इन्हें कुछ इस तरह कि ज़िंदगी इन्हीं में है मस्कुराहटों से गिन तू साल अपनी उम्र के हँसी ख़ुशी से बीते जो पलज़िंदगी इन्हीं में है छोड़ कुछ मीठी यादें उम्र के हर पड़ाव परपीछे मुड़ जब देखेगा ज़िंदगी इन्हीं में है ५ जुलाई २०१७जिनेवा

ये कहाँ से आ गयी बहार है ,बंद तोमेरी गली का द्वार है।

दुखों की पोटलीएक बार एक गांव के सभी लोग अपने अपने दुखों के कारण भगवान से बहुत नाराज हो गए वह भगवान से प्रार्थना करने लगे कि उनके दुखों को दुर करें वरना वो भगवान काहे का ?लोगें की फरियाद सुन आकाश से भविष्यवाणी हुई  हे गांव वासियों ऐसा करें आज रात के तीसरे पहर में सब लोग अपने अपने दुखो को एक कागज में

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