🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸 हरे कृष्ण,
*पुरुषोत्तम मास के कुछ सामान्य नियम* -----
सामान्य इसलिए कहा गया क्योंकि काफी कठिन कठिन नियम भी हैं ।
इसलिए जो इस कलियुग में सर्वसाधारण कर सके उन्हीं नियमों को यहां बताया जा रहा है ।
1 -- ब्रह्म मुहूर्त में स्नान (नदी ,कुआं ,जलाशय ,तालाब आदि ) परंतु अब तो बाथरूम में ही करना है ।
ब्रह्म मुहूर्त में करना अनिवार्य है।
2 -- इस मास में गोपी चंदन से उद्धर्वपुण्ड तिलक शरीर के 12 स्थान पर भगवान का नाम लेते हुए लगाना अनिवार्य ।
3 -- एक समय भोजन करें ।अपने किसी प्रिय खाद्य पदार्थ का परित्याग करें ।
4 -- श्रीमद्भागवत पढ़ने का या श्रवण करने का इस मास में अत्यधिक महत्व है ।
अतः भागवत का श्रवण करें या प्रतिदिन अध्ययन करें।
5 -- भगवान के नाम का जप करें।
हरे कृष्ण महामंत्र का जप कलियुग में सर्वोत्तम है ।
जप संख्या बढ़ा कर करें अर्थात जितना अन्य महीनों में जप करते हैं उससे संख्या थोड़ी अधिक ही रखें।
6 -- दान अपने सामर्थ्य अनुसार प्रतिदिन करें या सप्ताह में करें या 15 दिन पर करें या विशेष तिथि के अनुसार करें परंतु दान अवश्य करें ।
वस्त्र ,अन्न ,धन दान कर सकते हैं ।
7 -- कोई कितना भी पतित क्यों न हो किसी की भी निंदा न करें ।
8 -- इस मास में ब्रह्मचर्य का पालन करें ।
9 -- भूमि पर शयन करें ।
10 -- मांसाहारी और मादक द्रव्यों का सेवन न करें ।
11-- प्याज ,लहसुन ,मशरूम , चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक्स ....मार्केट की चीजें आदि का सेवन नहीं करना चाहिए ।
12 -- पूर्ण रूप से उपवास करें अर्थात फलाहार करके करें या एक समय भोजन करें ।
परंतु उपवास का नियम अवश्य लेना चाहिए ।
13 -- सूतक अन्न न खायें।
14 -- ब्राम्हण-द्वेषी, नास्तिक से वार्तालाप न करें ।
15 -- भक्तों का संग करें अर्थात जो पुरुषोत्तम मास के नियमों का पालन कर रहा है उनसे ही मेलजोल रखें उन्ही से वार्तालाप करें जिससे आप का मनोबल बढ़ा रहे।
-----------क्रमशः1
जय श्रीमन्नारायण 🌸🙏🏿💥