कुछ ही समय में पुरे इको फ्रेंड सिटी में तहलका मच चुका था सभी इसी धमाके के बारे में बात कर रहे थे। आईओएआर एरिया का हालत काफ़ी खराब था इस वक़्त कई सारी बिल्डिंग्स के गिरने के वजह से कई लोगों की जान चली गई थी कुछ लोग मलबे के नीचे दबे हुए थे कुछ लोग घायल थे जिन्हे हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था। आईओएआर की बिल्डिंग पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी थी उसके पास ही कुछ दुरी पर एक बहुत बड़ा सा विमान सा दिखने वाला ऑब्जेक्ट खंड खंड में टूटकर कर बिखरा हुआ था उसके पार्ट्स अलग अलग होकर जल रहे थे । ऐसा लग रहा था की कोई विमान क्रैश होकर टुकड़े टुकड़े में बंट कर जल रहा हो। ड्रोन कैमरों से देखने पर पता चला था कि ये विमान सा दिखने वाला ऑब्जेक्ट आईओएआर बिल्डिंग के ऊपर ही क्रैश होकर गिर गया था जिससे इतना बड़ा धमाका हुआ था। कई लोग इसे एक्सीडेंट कह रहे थे तो कुछ लोग इसे एलियन अटैक का नाम दे रहे थे। सिक्योरिटी फोर्स ने चारों तरफ से उस एरिया को घेर लिया था वहाँ आम जनता को नहीं जाने दिया जा रहा था अब तक वहाँ एरिलियस साइंटिस्ट भी पहुंच चुके थे दोनों लोक के साइंटिस्ट खुद को अच्छे से कवर कर के वहाँ का ऑब्जरवेशन कर रहे थे। ऊर्जित और महाकाय भी वहीं थे। विमान का निन्यानबे परसेंट जल चुका था बचे हुए भाग को अच्छे से स्टोर किया जाने लगा क्योंकि अब तक ये क्लियर हो गया था कि ये ऑब्जेक्ट ना पृथ्वी का है और ना ही एरिलोना का तो जाहिर सी बात थी ये किसी अन्य ग्रह से था जिसके बारे में किसी को पता नहीं था। इस घटना के साथ ही एक और खबर तेजी से फैलने लगी ये वो खबर थी जो सुबह सुबह सहर्ष के साथ हुई थी। मास्क लगाए हुए सहर्ष और कर्ट भी वहाँ पहुंच चुके थे लेकिन सिक्योरिटी गॉर्ड ने किसी को अंदर नहीं जाने दिया। दोनों बाहर भीड़ के साथ ही खडे रहे। महाकाय ने पहले ही उन्हें मैसेज कर दिया था कि वो दोनों सेफ है। एरिलियस ने कुछ सैंपल एरिलोना प्लेनेट पर भेजनें के लिए परमिशन लिया और एरिलोना के साइंस लैब में भेज दिया। एरिलोना कि साइंस पृथ्वी जगत से अधिक डेवलप थी और यहीं वजह थी कि पृथ्वी के साइंटिस्ट और गवर्नमेंट ने इस रिसर्च की परमिशन एरिलियस को दे दिया। क्योंकि अब हर कोई इस नए ग्रह का जल्दी से जल्दी पता लगा लेना चाहते थे इसके लिए जरुरी था की सब मिलकर काम करें।
शाम के वक़्त हालात थोड़ा नार्मल हो गया था। सहर्ष और ईवाना को साइंटिस्ट की एक टीम ने जानकारी हासिल करने के लिए बुलाया था। दोनों ने सुबह जो कुछ भी देखा था और जो कुछ भी हुआ था उसके बारे में बता दिया। उनके इनफार्मेशन पर स्पष्ट हो गया था कि ये वहीं ऑब्जेक्ट था क्योंकि उसके बचे हुए पार्ट्स उनके इनफार्मेशन से मैच कर रहे थे। मि कैलटॉन ने सूर्यवंशम से महाकाय के बारे में बात की और आगे के रिसर्च के लिए परमिशन माँगा लेकिन सूर्यवंशम ने ये कहते हुए मना कर दिया कि इस वक़्त उनके लिए महाकाय से ज्यादा जरुरी इस ऑब्जेक्ट के बारे में पता लगाना है। कैलटॉन मायूस होकर चला गया। न्यू प्लेनेट को ढूढ़ने के लिए एक टीम बनाई गई जिसमे ऊर्जित को भी शामिल किया गया था।
एरिलोना प्लेनेट
पहाड़ पर बसा हुआ एक ऐसा जगह जहाँ चारों ओर बर्फ ही बर्फ है वो बर्फ के मोटे तह चट्टानों के तरह कठोर थे। वहाँ का तापमान माइनस दो सौ तक था पृथ्वी ग्रहवासी उस एरिया में एक सेकेंड में जम जाते। वहाँ की सनसनाती हुई बर्फ़ीली हवाएं अत्यंत भयावह लग रही थी लेकिन एरिलियस को ऐसे तापमान में रहने में कोई दिक्क़त नहीं होता था वो इस तापमान को आराम से सह सकने में समर्थ थे। उनका शरीर यहाँ के मौसम के अनुसार ढल चुका था। उसी बर्फ़ीले में एरिया में एक बर्फ से बना हुआ गुफा बना हुआ था। दो एरिलियस उस गुफा के तरफ बढ़ रहे थे। उनका पूरा शरीर मोटे और लम्बे कपड़ो से ढका हुआ था उन्होंने अपने चेहरे को अच्छे से कवर कर रखा हुआ था। वो सामान्य गति से बढ़े जा रहे थे। गुफा के अंदर एक बड़ा सा महल था जो पहाड़ो को ही काटकर बनाया गया था बनाने वाला वाकई बहुत कलाकार होगा जिसने बर्फ में इतने बारीक़ और सूक्ष्म आकृतियों को उकेरा था महल देखने में बहुत ही सुंदर था ऐसा की कोई देखें तो जल्दी नजर ही ना हटे। दोनों आदमी वहाँ बने बड़े से दरवाजे के पास जाते है और अपने पास से एक छोटा सा टुकड़ा निकाल कर दरवाजे पर बने ने आकृति में डाल देते है जो उसी टुकड़े के नाप की बनी हुई थी। कुछ ही पल में दरवाजा अपने आप खुल जाता है। दोनों अंदर आते है जहाँ एक बड़ा सा खुला आँगन था। आँगन के चारों ओर कुछ पेड़ लगाए गए थे जो बहुत उन्हें और तिकोने थे। दोनों एरिलियस पेड़ो को पार करके एक लॉन में पहुंचते है जहाँ कुछ सोने से बने कुर्सी और टेबल रखे हुए थे उस पर कुछ बर्तन रखे थे जिनसे धुंआ निकल रहा था शायद उसमे कुछ गर्म चीज रखी गई थी। दोनों आदमी चारों ओर नजत दौड़ाते है लेकिन उन्हें कोई नजर नहीं आता है। लॉन के एक किनारे पर एक एक कमरा बना हुआ था वो दोनों उधर जाते है और दरवाज़े को एक पैटर्न में बजाते है जिससे दरवाजा तुरंत खुल जाता है अंदर से एक लड़की निकल कर आती है जिसने भूरे रंग का लम्बा सा जैकेट पहन रखा था जो उसके घुटनों तक आ रहा था जैकेट का कैप उसके पुरे सिर और माथे को ढक लिया था। जैकेट के ऊपर से ही उसने एक बड़ा सा चैन गले में तिरक्षा पहना हुआ था जो उसके लेफ्ट कंधे से लेकर राइट कमर तक झूल रहा था। जैकेट का बाजू लम्बा होने के कारण हाथ भी ढका हुआ था उसने पैरों में घुटनों लाल भारी जूते पहने हुए थे जो ऊपर घुटनों से शुरू होता था। उसका चेहरा बर्फ के जैसे ही सफ़ेद था और उसकी बड़ी बड़ी ब्राउन बहुत खूबसूरत थी। वो देखने में वाकई बेहद खूबसूरत थी। दोनों एरिलियस ने उसे देखकर अपने दोनों हाथ पीछे पीठ से टिका कर आगे की ओर झुक गए फिर सीधा खडे हो गये।
" अर्ल की बहन अर्लीन नृपा हमारे अवनति को स्वीकार करें। " दोनों ने एक साथ कहा।
" कहो...क्या खबर लाये हो?? " नृपा ने मीठे आवाज में पूछा।
" अर्ल ने आपको और आपके दोस्त और्यस को याद फरमाया है...। " उनमे से एक ने दबे हुए स्वर में कहा।
" ठीक है... हम दोनों कुछ ही देर में वहाँ पहुंच जायेंगे, तुम दोनों जाओ अब। " नृपा ने आदेश देते हुए कहा तो दोनों एक दूसरे का मुंह देखने लगे।
" अर्ल ने आप दोनों को साथ लाने का आदेश दिया है। " दूसरे ने सिर झुका कर कहा।
नृपा मुस्कुरा कर - " आपके अर्ल का आदेश हम पर लागु नहीं होता...तुम्हें मालूम होना चाहिए। " उसकी बात सुनकर दोनों सिर झुका पीछे मुड़ कर चले गए। नृपा उनके जाते ही कमरें से बाहर निकली और लॉन के दूसरे किनारे पर बने सीढ़ियों से ऊपर चली जाती है। ऊपर बर्फ के बड़े बड़े टुकड़ो को जोड़ जोड़ कर एक कमरानुमा संरचना बनाई गई थी। नृपा उस ओर बढ़ जाती है। वो एक बड़े से पत्थर पर अपना हाथ रखती है तो उसका हाथ स्कैन होने लगता है और वो पत्थर साइड में हट जाता है पत्थर के पीछे बड़ा सा खुला स्थान था उसके पीछे एक बहुत ऊँचा पर्वत दिख रहा था जहाँ से छोटे छोटे कई झरने बह रहे थे उसके ठीक नीचे एक बड़े से पत्थर पर कोई बैठा हुआ था शायद साधना के मुद्रा में। झरने का पानी ठीक उसके आगे ही गिर रहे थे जिससे उसका चेहरा दिखाई नहीं पड़ रहा था। नृपा उसे देखकर हल्का सा मुस्कुराती है और उसके सामने जाकर ख़डी हो जाती है। उसने सफ़ेद गाऊन पहन रखा था उसके छोटे छोटे हल्के गीले बाल गर्दन पर चिपके हुए थे उसके शरीर का रंग सुनहरा था जैसे सफ़ेद बर्फ सूर्य की किरणे पड़ने से वो सुनहरे रंग में चमकने लगता है ठीक वैसे ही वो सफ़ेद गाऊन पहने हुए चमक रही थी। उसकी आँखे बंद थी लेकिन उसे आभास हो चुका था की कोई उसके सामने खड़ा है। वो हल्के से अपनी नीली और आँखे खोलती है जो ना बहुत बड़ी थी ना ही बहुत छोटी। सामने नृपा को खड़ा देख वो हल्के से मुस्कुरा देती है।
" आ गया अर्ल का बुलावा?? " वो नृपा को देखते हुए बोलती है फिर उठने लगती है।
" हाँ... और्यस... माफ़ी चाहती हूँ तुम्हारे साधना में बाधा डालने के लिए लेकिन जाना बहुत जरुरी है। " नृपा वापस मुड़ते हुए चलने लगती है।
" मेंरे लिए साधना से ज्यादा राज्य महत्व रखता है अर्लीन...। " और्यस ने उसके पीछे चलते हुए कहा।
नृपा पीछे मुड़कर उसे घूरते हुए बोली " कितनी बार तुम्हें मना किया है मुझे सिर्फ नृपा ही कहो... अर्लीन कहलवाना मुझे पसंद नहीं है। "
और्यस भी उसके आँखों में देखते हुए -" अर्ल की बहन को सम्मान देना मेरा कर्तव्य है अर्लीन। " और्यस के इतना कहते ही नृपा अपने जैकेट पर लगे चेन को खींच कर उसका एक सिरा और्यस की ओर उछालती है उससे नीला प्रकाश निकलता है और वो और्यस से जाकर टकराता है और्यस लड़खड़ा कर एक कदम पीछे हो जाती है। नृपा मुस्कुरा देती है " अर्लीन नृपा तुम्हें सजा भी दे सकती है। " नृपा ने कहा तो और्यस अपना हाथ आगे करती है लेकिन नृपा रोक देती है " अर्लीन पर अपने शक्ति का प्रयोग करना भी राज्यद्रोह है प्रिय और्यस....क्या तुम ऐसा करोगी?? " नृपा ने उसे देखते हुए पूछा तो और्यस अपना सिर हिला लेती है और नृपा मुस्कुराने लगती है तभी और्यस अपना हाथ आगे करती है एक हरा प्रकाश का गोला नृपा के पेट में जाकर लगता है नृपा पीछे लड़खड़ा कर गिरने वाली होती है लेकिन और्यस तेजी से उसका हाथ थाम लेती है नृपा उसे देखती है।
" अर्लीन पर नहीं लेकिन नृपा पर अपने शक्ति का प्रयोग कर ही सकती हूँ....। " और्यस ने उसे खड़ा करते हुए कहा फिर आगे बढ़ गई। नृपा भी उसके पीछे पीछे चल पड़ी।
राबे अर्ल अपने एक प्राइवेट कमरें में बैठे हुए थे उस कमरें में उनके परमिशन और सिक्योरिटी चेकिंग के बिना कोई नहीं जा सकता था। अंदर अर्ल खिड़की के पास खड़ा बाहर का दृश्य देख रहा था उसके चेहरे पर इस वक़्त कोई नकाब नहीं था उसका बैगनी चमकता चेहरा दिख रहा था। पीछे नृपा और और्यस एक चेयर पर बैठी हुई थी। और्यस कुछ सोच रही थी। अर्ल ने पीछे मुड़ते हुए कहा " अर्थ पर हुए इस घटना से सब हैरान और उत्सुक भी हैं कि आखिर वो कौन सा लोक है जहाँ से ये संकेत भेजे जा रहे है। "
" कहीं ये उसी प्लेनेट के लोग तो नहीं है जो....। "
" मुझे भी वहीं शक हो रहा है... इसलिए मैं चाहता हूँ कि तुम खुद वहाँ जाकर पता करो। " और्यस की बात काटते हुए अर्ल ने कहा।
नृपा " लेकिन वहाँ एरिलोना का कोई भी जीव नहीं जा सकता है फिर कैसे?? "
" वहीं तो उपाय ढूढ़ना है अर्लीन नृपा.... किसी भी तरह उस लोक में प्रवेश करना ही होगा... सालों पहले जो घटित हुआ था और आजतक एक रहस्य बना हुआ है अब उसके बारे में पता लगाना ही होगा। " अर्ल ने कहा तो और्यस ने हां में सिर हिला दी।
" ध्यान रहे, इस बात का भनक किसी को नहीं लगना चाहिए,, ये हमारे लिए खतरा हो सकता है ।" अर्ल ने कहा तो नृपा और और्यस अपने हाथ को पीछे पीठ से लगाते हुए सिर झुका लिया और कमरें से बाहर आ गई और पृथ्वी से लाये हुए उस सैंपल को देखने लगी जो उस ऑब्जेक्ट का हिस्सा था। एरिलियस साइंटिस्ट सैंपल पर अपना एक्सपेरिमेंट कर रहे थे साथ ही उन सैंपल से उस ग्रह के बारे में पता लगाने की कोशिश करने में लगे थे।
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