महाकाय बाहर पार्क में आकर अपनी आँखे बंद बेंच से टेक लगाकर बैठ हुआ था । थोड़ी देर बाद उसने आँखे खोली और अपने कानों के कुंडल को हल्का सा टच किया फिर आँखे बंद कर ली अगले ही पल उसके चेहरे पऱ सुकून भरा मुस्कुराहट फ़ैल गई।
" मैंने जो किया हैं वो सही हैं ऊर्जित...। " उसने मन ही मन कहा फिर उठकर चला गया।
वहीं रूम में ऊर्जित को परेशान देखकर सहर्ष और कर्ट में परेशान हो उठे थे उन्होंने ऊर्जित से पूछा लेकिन उसने कुछ जवाब नहीं दिया और वो टेरिस पऱ चला आया लेकिन छत पऱ छत तो था ही नहीं वहाँ था एक घना बगीचा। छत पऱ मिट्टी भरकर वहां गार्डनिंग की गई थी क्योंकि अब धरती पऱ पेड़ो के लिए बहुत कम जगह बचे थे जंगल तो लगभग समाप्त ही हो चुके थे चारों ओर बस ऊँची ऊँची बिल्डिंगे ही दिखती थी। लोग अब पेड़ पौधे लगाने के लिए अब ऐसे ही रास्ते अपनाते थे। वो बॉउंड्री के पास खड़ा पुरे शहर को देख रहा था नीचे देखने पऱ सिर्फ चौड़े चौड़े सड़को पऱ चुंटा - चींटीयों जैसे गाड़ियों की भीड़ दिख रही थी और सड़को के किनारे ऊँची ऊँची बिल्डिंग दिख रही थी और उनके ऊपर हरा भरा जंगल सा लुक देने वाले बगीचे। वैसे हर शहर में ये हरा आसमान देखने को नहीं मिलता था। ये शहर इको फ्रेंड सिटी के नाम से ही फेमस था क्योंकि नेशनल सर्वे के अनुसार सबसे ज्यादा पेड़ पौधे इसी शहर में बचे हुए थे। क्योंकि ये शहर पहाड़ी एरिया में था तो बारिश भी यहाँ थोड़ी अधिक हो जाती थी। ऊर्जित एक लम्बी सांस लेकर आंखे बंद कर ली और अपने सीने पऱ हाथ रखकर कुछ बुदबुदाया। कुछ ही पल बाद उसे पीछे कुछ महसूस हुआ तो पलटा। पीछे महाकाय खड़ा था वो शांत था उसके चेहरे पऱ कोई भाव नहीं था लेकिन ऊर्जित उसे देखकर फिर से नाराज हो गया उसकी ग्रिनिस ब्लूइस आँखों में लालिमा छाने लगी थी उसकी नजरों की तपिश महाकाय ने महसूस किया वो कुछ कहता उससे पहले ऊर्जित उस पऱ गुस्से से फट पड़ा।
" तुम्हारे स्टुपिडिटी के वजह से तुम्हारी जान खतरे में पड़ सकती हैं दोर्जी तेजनिंग... तुम्हें क्या लग रहा हैं तुम्हे खतरे में डालकर मैं अपना सपना पूरा करूंगा?.. नेवर... तुम्हें पता हैं वो लोग तुम्हारे साथ क्या क्या कर सकते हैं?? कुछ भी! सच जानने के लिए वो तुम्हारी जान ले सकते हैं और तुम.. तुम उन्ही के हाथों में खुद को सौंप आये मुझे आईओएआर में भेजनें के लिए.... ज़ब सुज्ञ को पता चलेगा तो यू थिंक अबाउट इट?? " ऊर्जित एक सांस में ही सब बोल गया। महाकाय ने उसके कंधे पऱ हाथ रखा और ऊर्जित के आँखों में देखने लगा जहां उसे अपने लिए फ़िक्र साफ झलक रही थी। " मेंरे साथ और मेंरे पास तुम सदा रहोगे...इसलिए मुझे कोई डर भय नहीं हैं कि वो मेंरे साथ क्या करेंगे। " इतना कहकर वो मुस्कुरा दिया। ऊर्जित भी अब शांत हो चुका था।
" और सुज्ञ?? " ऊर्जित ने उसकी ओर देखा।
" उन्हें सब पता हैं... एंड दे सपोर्ट मी। " महाकाय ने कहा तो ऊर्जित हैरान रह गया कि सुज्ञ इसके लिए कैसे मान गए। लेकिन उसने कुछ नहीं कहा चुपचाप दोनों कमरें में आ गए।
एरिलोना प्लेनट
बंद पड़ा डोर अपने आप खुल जाता हैं उससे एक आदमी अंडर आता हैं उसने एक बैगनी हूडेड गाऊन पहन रखा था जो उसके घुटने के नीचे तक आ रहा था गाऊन के बाजू काफ़ी ढीले और लम्बे थे जिससे उसका पूरा हाथ ढका हुआ था पैरों में घुटने से शुरू होने वाले बैंगनी जूते पहने हुए थे जिससे चलने पऱ खट खट कि आवाज हो रही थी उस इंसान ने गाऊन के हुडी को सिर पऱ डाला था जिससे उसका चेहरा लगभग ढका हुआ था आँखों के नीचे से उसने अपना पूरा चेहरा बैगनी कपड़े से ढका हुआ था उसके हाथों में उसी कलर का हॉफ गलव्स फिट था उसके शरीर में केवल उसकी आँखे और उंगलिया दिख रही थी उसकी उंगलियों का रंग हल्का बैगनी ही था जिससे वो भी ढकी हुई ही लग रही थी उसकी आँखे भूरी थी। वो डोर से एंट्री करके एक बड़े से कमरें में आ चुका था वो कमरें को पार करके सामने वाले दिवार के डोर के पास जाता हैं तो डोर फिर अपने आप खुल जाती हैं और इसके एंट्री करते ही बंद हो जाती हैं अंदर बहुत बड़ा गलियारा था उससे होते हुए वो सबसे अंतिम छोर पऱ जाता हैं वहां एक डोर फिर से ओपन होता हैं और वो अंदर आ जाता हैं ये कमरा बहुत बड़ा था। बीच में एक बड़ा सा सोने का मेज रखा हुआ जो जिसके चारों ओर सोने की कुर्सियां बनी हुई थी जिस पऱ करीब बीस इक्कीस लोग बैठे हुए थे रूम चारों ओर दीवारों से जुड़े अलग अलग केबिन बने हुए थे जिसमे कुछ लोग एक्सपेरिमेंट में लगे हुए थे। वो इंसान अंदर आकर टेबल के पास खाली कुर्सी पऱ बैठ जाता हैं। वो बैठे सभी लोगों पर एक नजर डालता हैं। सभी उसे ही देख रहे थे।
" आज इस सभा को एक विशेष संदर्भ में आयोजित किया गया हैं... जैसा कि आप सभी को पता हैं पृथ्वी जगत पऱ यूएफओ को देखने के बाद दोनों प्लेनेट के साइंटिस्ट इस पऱ रिसर्च में जुटे हुए हैं... पृथ्वी पऱ सबसे पहले सिग्नल हमने ही भेजा था इसलिए मैं चाहता हूँ कि इस नए यूएफओ वाले प्लेनेट को सबसे पहले ढूढ़ने का क्रेडिट हमारा ही हो... हमें अपने साइंस को सबसे ज्यादा विकसित करना हैं... ऐसा करने से हो सकता है कि तीसरा ग्रह हमारे कब्जे में आ जाये जिससे हम उस पऱ राज कर सकेंगे...पृथ्वी जगत के साइंटिस्ट भी इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं इसलिए हमें जल्द ही कोई कदम उठाना होगा... इसके लिए जो उचित हो वो सब तरीके आजमाया जाये। " उस आदमी ने सभी को सम्बोधित करते हुए कहा।
" जी अर्ल... "। सभी ने एक साथ कहा।
अर्ल एरिलोना के शासक को कहा जाता था। जिसका आदेश पऱ पूरा एरिलोना चलता था। अर्ल के आदेश को पुरे एरिलियस को मानना ही पड़ता था। अर्ल सिर्फ वहीं बन सकता था जो पिछले अर्ल का वंशज हो अर्थात ये एक नेपोटिज्म था क्योंकि उस वंशज को अर्ल बनने के लिए एक कठिन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता था जिसे सभी एरिलियस सह सकने में असमर्थ थे। लेकिन एक ही खानदान से अर्ल बनने के लिए कई उत्तराधिकारी खडे हो सकते थे उनमे से सबसे योग्य उत्तराधिकारी को चुना जाता था।
" इसमें सफलता पाने की हमें चाहिए की पृथ्वी जगत पऱ जो साइंटिस्ट इस मिशन पऱ लगे हैं उन्हें किसी तरह रोक दे जिससे नए ग्रह पऱ केवल हमारा अधिकार हो सके...। " उन लोगों में बैठे एक एरिलियस ने कहा जिसने ग्रे हूडेड चोगा पहन रखा था उसके सिर पूरी तरह से ढका हुआ था उसके भी आँखों का रंग ग्रे था उसका चेहरा भी हल्के बैगनी रंग का था अर्थात उसके शरीर का रंग हल्का बैगनी था चेहरे पऱ बाई ओर आँखों के नीचे से कान तक एक गहरा कट का निशान था जो देखने में भयावह था। उसके चोगे से उसका पूरा शरीर ढका हुआ था।
" जो कहना हैं साफ साफ कहो जेजे... किस तरह से रोकने की बात कर रहे हो तुम...। " अर्ल ने उसके तरफ देखते हुए पूछा।
" यानि की उनके उन काबिल साइंटिस्टस् को मार देना चाहिए या फिर उनके एक्सपरिमेंट लैब को तोड़ देना चाहिए.. कुछ इस तरह से...। " जेजे के चेहरे पऱ एक कुटिल मुस्कान थी उसकी बातें सुनकर कुछ लोग उसके तरफ हैरानी से देखने लगे।
" हम नए ग्रह पऱ अपना अधिकार चाहते हैं लेकिन पृथ्वी जगत को बर्बाद करना नहीं... हमारी उनसे कोई दुश्मनी नहीं हैं हम लोग नए ग्रह पऱ इसलिए अधिकार चाहते हैं क्योंकि एरिलोना पऱ जनसख्या अधिक हैं हमें रहने के लिए जगह की आवश्यकता हैं जिससे सारे एरिलियस सुरक्षित रह सके.. ये बात सभी सभासद ध्यान से सुन ले और समझ ले क्योंकि फिर ऐसी बातें इस सभा में नहीं उठनी चाहिए...। अर्ल ने सख्ती से कहा सभी सभासद ने हामी भर दी लेकिन जेजे की आँखे गुस्से से अपना रंग बदल रही थी जिसे अर्ल ने साफ महसूस किया लेकिन कुछ कहा नहीं। जेजे और अर्ल जिसका वास्तविक नाम राबे था दोनों ही अर्ल खानदान से थे अर्ल के चुनाव के समय जेजे ने खुद अपने को उत्तराधिकारी कहकर अर्ल के बुजुर्गों से अर्ल बनने की अपील की लेकिन अर्ल खानदान के लोगों ने राबे को योग्य और कुशल मानकर राबे को नया अर्ल बना दिया जिससे जेजे राबे के खिलाफ हो चला था उसे किसी भी क़ीमत पऱ अर्ल बनना था इसके लिए वो हमेशा अर्ल राबे में कमियाँ देखने की कोशिश करता रहता था लेकिन राबे एक समझदार और योग्य अर्ल था वो जेजे के हर चाल से खुद को बचा लेता था जिससे जेजे और भी राबे से चिढ़ने लगा था।
" अर्ल हमें लगता हैं इस मिशन के लिए हमें एस्ट्रोनोमी और एडवेंचर में कुशल और्यस को बुलाना चाहिए... वो इस मिशन को सफल बनाने से सक्षम हैं..। " एरिलोना के साइंस डिपार्टमेंट के हेड शब्त ने कहा।
" इसके आलावा कोई अन्य रास्ता नहीं हैं...। " जेजे ने पूछा।
"और्यस इस मिशन को जल्दी से जल्दी कर सकेगी... जो हमारे लिए लाभप्रद होगा। " शब्त ने जवाब दिया।
" ठीक हैं इस पऱ मैं विचार करूँगा, सभा सम्पन्न हुई। " कुछ सोचते हुए कहकर अर्ल उठ खड़ा हुआ और कमरें से बाहर चला गया। उसके पीछे बाकि के लोग भी धीरे धीरे कमरें से बाहर चले गए।
पृथ्वी जगत
इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर एलियन रिसर्च
(इको फ्रेंड सिटी)
तीस मंजिला बिल्डिंग जो हर तरफ से रोबोट और टेक्नोलॉजी से सिक्योर थी यहाँ हर किसी को आने जाने की अनुमति नहीं थी इस बिल्डिंग में सिर्फ वहीं लोग आ जा सकते थे जो रिसर्च से जुड़े हुए थे। बिल्डिंग के चारों ओर सैकड़ो रोबोट आधुनिक हथियारों से लैस होकर घूम रहे थे। अंदर जाने के लिए हर एक डोर पऱ स्कैनिंग प्रोसेस और डिफरेंट डिफरेंट पासवर्ड यूज़ किया जाता था। पंद्रहवी मंजिल पऱ एक बड़ा सा लैब था जिसमे कई सारे साइंटिस्ट एक्सपेरिमेंट में लगे हुए थे। दिवार पऱ लगे एक बड़े से स्क्रीन पऱ बाहर के अलग अलग जगहों की तस्वीरे चल रही थी। साइड में एक बड़ा सा केबिन था जिसमे इस डिपार्टमेंट के सीनियर मि सूर्यवंशम बैठे हुए थे. उनके सामने हवा में एक स्क्रीन उभरा हुआ था जिसे पऱ वो कुछ रिकॉर्ड कर रहे थे। फिर उन्होंने स्क्रीन के कार्नर में प्रेस किया थोड़ी ही देर बाद एक जूनियर साइंटिस्ट उनके पास आ गया।
" बेनेट.. व्हाट अबाउट दोज बॉयज?? वेयर आर बॉथ? " मि सूर्यवंशम ने पूछा।
" सर ! वी आर ट्रॉय टू कनेक्टिंग हिम बट... " बेनेट ने कुछ कहना चाहा तभी मि सूर्यवंशम के वॉच में एक बीप हुई बेनेट चुप हो गया। उन्होंने वॉच को कनेक्ट किया तो स्क्रीन पऱ बाहर के सीन उभर आये जहां से एक गॉर्ड उन्हें देख रहा था।
" व्हाट हैपेंड?? "
" सर, टू बॉयज केम हेयर एंड दे वांट मीट टू यू "। कुछ ही देर में उन्हें महाकाय और ऊर्जित नजर आते हैं जिन्हे देखकर मि सूर्यवंशम के चेहरे पऱ स्माइल आ जाती है वो केबिन से बाहर आ निकल जाते हैं। कुछ ही देर में वो बाहर उनके सामने खडे थे। ऊर्जित और महाकाय ने सर झुकाकर ग्रीट किया। मि सूर्यवंशम उन्हें पास के दुसरी बिल्डिंग में ले जाते हैं। वो बिल्डिंग भी पूरी तरह से सिक्योर था। मि सूर्यवंशम की नजर बार बार महाकाय पऱ ही जाकर टिक जाती थी।
" आईओएआर में किसी को सेकंड चांस नहीं मिलता... लेकिन फिर भी तुम्हारे फ्रेंड के कारण हम तुम्हें चांस दे रहे प्रूव योरसेल्फ डैट यू आर एबल फॉर आईओएआर...। " मि सूर्यवंशम ने ऊर्जित को देखते हुए कहा। ऊर्जित ने महाकाय को देखा जो शांत था।
" एंड यू दोर्जी तेजनिंग कोऑपरेट अस... हम तुम्हें हार्म नहीं करेंगे... ट्रस्ट मी...यू नो डैट यू आर डिफरेंट... हम बस कारण जानना चाहते हैं...। " मी सूर्यवंशम के कहने पऱ महाकाय ने हाँ में सर हिला दिया। वो उन दोनों को अगले दिन आने के लिए कहते हैं। दोनों के जाने के बाद मि सूर्यवंशम खडे होकर एक गहरी सांस लेते हैं " मैंने ज़ब से तुम्हें देखा हैं दोर्जी तेजनिंग मेंरे दिमाग़ में सिर्फ एक ही बात आती हैं यू आर डिफरेंट फ्रॉम अस...तुम्हारे पीछे कोई गहरा राज छिपा हैं उसका पता लगाकर ही मुझे चैन आएगी। " सोचते हुए वो बिल्डिंग से बाहर निकल जाते हैं।