तीस - चालीस दिन बीत चुके थे उस हादसे को लेकिन अभी तक दोनों ग्रह के साइंटिस्ट को तीसरे ग्रह की कुछ खबर नहीं मिली थी। कैलटॉन के बार बार कहने पर सूर्यवंशम ने फिर से महाकाय के बारे मे इन्वेस्टीगेशन के लिए परमिशन दे दी थी लेकिन इस बार उन्होंने खुद एक पांच लोगों की टीम बनाई थी जिसमे हयान, हडसन, कैलटॉन, स्मिथ और उर्जित थे। उर्जित इस टीम को लीड कर रहा था क्योंकि महाकाय ने पहले ही ये शर्त रखी थी कि वो इस इन्वेस्टीगेशन का परमिशन तभी देगा ज़ब उसे उर्जित लीड करेगा और सूर्यवंशम ने उसकी बात मान ली थी। हालांकि कैलटॉन और स्मिथ इस बात के खिलाफ थे उन्हें लगता था उर्जित महाकाय के दोस्त होने के कारण भेदभाव कर सकता है या सच छुपा सकता है साथ ही उन्हें इस बात से भी प्रॉब्लम थी कि सीनियर साइंटिस्ट के होते हुए भी एक न्यूली जॉइंड जूनियर को ये अधिकार दिया जा रहा है लेकिन हेड औथिरिटी के खिलाफ नहीं जा सकते थे इसलिए मन मसोस कर रह गए। महाकाय पर रिसर्च शुरू होने से एक सप्ताह पहले सूर्यवंशम ने सभी टीम मेंबर की एक मीटिंग बुलावाई।
" उस हादसे के दिन से लेकर आज तक सभी साइंटिस्ट दिन रात भुलाकर मिशन पर लगे हुए है लेकिन अब से आप पांच लोग नए प्लेनेट के बारे मे नहीं बल्कि दोर्जी तेजनिंग पर रिसर्च करने वाले वाले है... नेक्स्ट वीक से शुरू होने वाले इस रिसर्च से पहले जरुरी है की आप सभी टीम मेंबर एक ब्रेक ले। इससे आपके माइंड को रेस्ट मिलेगा जिससे आपका परफॉरमेंस बेस्ट हो सकेगा। आप के पास पुरे सात दिन है एन्जॉय योर डेज...एंड उर्जित दोर्जी तेजनिंग के सेफ्टी की जिम्मेदारी तुम्हारी है साथ इस बात का ध्यान रहे रिसर्च पूरा होने से पहले वो इस शहर से बाहर नहीं जा सकता... अब तुम केवल उसके दोस्त ही नहीं बल्कि आईओएआर के साइंटिस्ट भी हो इस बात का ध्यान रखना। " सूर्यवंशम ने लास्ट सेन्टेन्सेस उर्जित के तरफ देखते हुए कहा था।
उर्जित हां मे सिर हिला दिया " जी सर,, मैं अपनी रेस्पॉन्सबिलिटी निभाउंगा। "
" गुड... नाउ यू ऑल कैन गो...। " सूर्यवंशम के कहने पर सभी मीटिंग रूम से बाहर चले आये। उर्जित कुछ कदम दूर गया फिर तेजी से लौट कर मीटिंग रूम मे चला गया। सूर्यवंशम उसे देखने लगे।
" महाकाय टेरिस पर टहल रहा था तभी वहाँ कर्ट और सहर्ष भी पहुंच जाते है। कर्ट इस वक़्त चुप था उसने किसी से कुछ नहीं कहा और जाकर एक किनारे खड़ा हो गया। महाकाय उसे हैरानी से देख रहा था क्योंकि कर्ट एक ऐसा बंदा था जिसे बोलने से प्यार था वो बिना खाये बिना पिए तो जी सकता था लेकिन बिना बोले नहीं जी सकता था कई बार अकेले होने पर वो खुद से ही बातें करने लगता था। उसके बकबक सुनकर सब के कान दुख जाते थे लेकिन उसके मुंह कभी नहीं थकते थे।
" इसे आज क्या हुआ... बोलने वाले मशीन आज बोल नहीं रहा कोई टेक्निकल प्रॉब्लम आ गई है क्या? " महाकाय ने सहर्ष की ओर देखते हुए पूछा तो उसने कंधे उचका दिए।
" सुबह से ही मुंह लटका कर घूम रहा है... पूछने पर भी कुछ बोल नहीं रहा है।. " सहर्ष ने बताया तो महाकाय उसे देखने लगा।
" तुम पूछ कर देखो शायद बता दे... मैं तो थक गया हूँ पूछ पूछ कर.. जाने क्या हुआ है? " सहर्ष ने महाकाय से कहा तो वो सिर हिला कर कर्ट के तरफ चल दिया पीछे सहर्ष मुस्कुरा पड़ा। महाकाय कर्ट के पीछे जाकर खड़ा हो गया लेकिन कर्ट पीछे पलट कर उसे नहीं देखा।
" तुम खुद बोलोगे या मैं अपने तरीके से बुलवाऊं? " उसके कहने पर कर्ट पीछे मुड़ा लेकिन ठीक पीछे महाकाय के खडे होने से वो उसके सीने से टकरा गया कर्ट थोड़ा पीछे हटा और अपने से डेढ़ फुट लम्बा इंसान की धमकी सुनकर दिल दहल तो गया ही था क्योंकि महाकाय वैसे भी बहुत कम बोलता था उसे शांत रहना पसंद था उसे आज तक किसी ने गुस्सा करता हुआ भी नहीं देखा था लेकिन अगर वो अपने छोटी छोटी सर्द आँखों से किसी को घूर कर देख ले तो फिर वो इंसान दुबारा उसके सामने जाने की हिम्मत ही नहीं कर पाता था। हालंकि वो कभी किसी से मारने पीटने की बात करता ही नहीं था ना ही आज तक उसने किसी से कोई लड़ाई की थी वो सबसे अच्छे से ही बोलता था हँसता भी था लेकिन उसके होने से ही लोगो को ठंडक का अनुभव होता था। कर्ट ने उसे देखा फिर साइड से निकलते हुए बोला " मुझे नहीं बताना... और तुम जानकर भी क्या करोगे? तुम्हारा दोस्त तो बस उर्जित है तो तुम्हे हमसे क्या लेना देना...। " महाकाय नासमझ सा सहर्ष की ओर देखा तो सहर्ष ने अपनी मुस्कान छुपा ली और बिलकुल सीरियस हो गया।
" डोंट डू दिस ड्रामा मैन... बता दो क्या चाहते हो तुम दोनों मुझसे...। " उसने पहले कर्ट को देखा फिर सहर्ष को तो सहर्ष सकपका गया।
" ना ना.. हम कुछ नहीं चाहते गलतफहमी.......। " कर्ट रुक गया क्योंकि महाकाय उसके पीछे से अपने एक हाथ से उसको कमर से पकड़ कर उठा कर अपने पीठ के पीछे उसे नब्बे डिग्री पर घुमा कर पकड़ लिया। कर्ट महाकाय के पीठ से लगा होरिज़ेंटल लटका हुआ था।
" अब बोलो... कौन सी मिसअंडरस्टैंडिंग है मुझे। " कर्ट हेल्प के लिए सहर्ष को आवाज देने लगा वही सहर्ष महाकाय को ऐसा करते देख दिवार से सट कर नीचे ही पालथी मारकर बैठ गया।
" सहर्ष...मुझे छुड़ा इसे एलियन से... ये अपने असली एलियन वाले रूप मे आ गया है...। " कर्ट गर्दन उलट कर सहर्ष को देखने की कोशिश कर था क्योंकि वो पीछे की ओर बैठा था। महाकाय ने सहर्ष को देखा तो सहर्ष अपनी आँखे बंद करते हुए बोला " बेटा कर्ट...लम्बी लम्बी सांसे लो एंड कॉम डाउन... टेंशन लेने से बीपी हाई हो जायेगा...लास्ट टाइम चल रहा है तुम्हारा ...अब तुम्हारी रक्षा इंसानों के वश के बाहर की बात है सो नाउ यू प्रे टू योर गॉड फॉर सेविंग योर लाइफ...। " सहर्ष की बातें सुनकर कर्ट मुंह बना लिया फिर महाकाय चिल्लाते हुए बोला " ओय विचित्र प्राणी... हमें मुक्त कर दो अपने बाजुओं की शक्ति से... आय नो तुम अत्यंत पावरफुल हो लेकिन मेरी हड्डियां बहुत कमजोर है हर पल मे टूट कर चूर चूर हो रही है.. हमें छोड़ दो। " महाकाय अपना हाथ नीचे की ओर करने लगा फिर धीरे धीरे हाथों को ढीला करते हुए कर्ट को छोड़ दिया कर्ट नीचे हाथ पैर फैलाकर पसर गया वो गहरी गहरी सांसे लेने लगा। सहर्ष उसके पास उठकर आया और उसके सिर के पास बैठ गया " मेरे भाई... क्या तुम चलने फिरने के लायक बचे हो? " सहर्ष कर्ट के सिर को सहलाते हुए बोला। कर्ट उसके बातें सुनकर झटके से उठ बैठा और सहर्ष के कंधे को पकड़ कर उसे धक्का दे दिया सहर्ष लेट गया " साले धोखेबाज ... आय गॉना किल यू... तूने मुझे मरने के लिए अकेले छोड़ दिया यू रुकी पर्सन...। " कर्ट सहर्ष के गले को पकड़ा हुआ था जबकि सहर्ष अपनी पूरी शक्ति से उससे खुद को छुड़ा रहा था महाकाय कुछ दुरी पर खड़ा होकर दोनों के नौटंकी को देख रहा था।
" हो गया तुम लोगो का...। " महाकाय ने उन्हें घुरा तो दोनों अलग होकर छोटे बच्चे से जैसे चुपचाप बैठ गए। महाकाय भी उनके सामने आकर बैठ गया उसके सामने तो वो सच मे किसी छोटे बच्चे जैसे ही लग रहे थे।
" अब कहो, क्या कहने के लिए इतना ड्रामा किया...। " महाकाय ने कहा तो सहर्ष और कर्ट जबरदस्ती होठो को फैला कर मुस्कुराने की कोशिश करने लगे।
" ज़ब हंसी नहीं आ रही तो हंसने के जरूरत नहीं है बंदर जैसे दिख रहे हो इस वक़्त। " महाकाय के कहते ही दोनों के होंठ सिकुड़ गए।
" वो...आईओएआर वाले तुम पर रिसर्च क्यों करना चाहते है...। " कर्ट आँखे छोटी करते हुए उसे देख रहा था। महाकाय ने गहरी सांस ली।
" तुम्हारे तरह उन्हें भी डाउट है कि मैं कोई एलियन हूँ...। "
" हमारे तरह?? वी आर फ्रेंड इसलिए चिढ़ाते है लेकिन वो कौन सा रिश्ते मे तुम्हारे साले लगते है कि तुम्हे एलियन बोलेंगे इनकी तो....। " कर्ट गुस्साते हुए बोला।
" रिलैक्स.. इतना हाइपर होने की जरूरत नहीं है...वो....। "
" क्यों ना हो हायपर? एंड तुमने परमिशन क्यों दिया इसके लिए...ये इललीगल था... उन पर केस कर सकते थे हम लोग ऐसे कैसे वो तुम्हे एलियन बना सकते है। " सहर्ष भी काफ़ी गुस्से मे था। महाकाय कुछ कहने जा रहा था कि पीछे से आवाज आई। " हे गॉइस हियर अ गुड न्यूज़ फॉर अस। " कहते हुए उर्जित उनके पास पहुंच गया लेकिन किसी का रिस्पॉन्स ना पाकर उसने सहर्ष और कर्ट को देखा जो उसे गुस्से से घूर रहे थे उसने महाकाय को देखा जो मासूम सा मुंह बनाकर उसे ही देख रहा था आज वो उर्जित को अपने चिर परिचित मुस्कान का दर्शन नहीं कराया।
" व्हाट हैप्पनंड?? व्हाई यू गॉइस स्टारिंग मी...। " उर्जित और भी कुछ कहता इससे पहले ही सहर्ष और कर्ट उससे भीड़ गए। उर्जित उनसे अकेले ही निपट रहा था और महाकाय तीनो को आपस मे लड़ते देख मजे ले रहा था। तीनो थककर पंजे के बल बैठ कर हाफने लगे। महाकाय पास रखे बॉटल स्टैंड से तीनो को वॉटर बॉटल पकड़ा दिया।
" वैसे मैंने वीडियो बना लिया है अपलोड कर दूंगा सोशल मिडिया पर काफ़ी फैन फॉलोवर है तुम लोगो के वो भी एन्जॉय करेंगे। " महाकाय ने शांत स्वर मे कहा।
" डैम आइल थ्रो...। " सहर्ष ने झट से कहा तो महाकाय अपना एक भौहा उठा दिया कर्ट और उर्जित उसे देखने लगे। सहर्ष को अब अहसास हुआ कि उसने क्या बोला और किसे बोला है " आय मीन... आइल थ्रो माय फोन...। " वो लड़खड़ाते हुए बोल कर लंबा सांस लिया जैसे शेर के सामने से बच कर आया हो।
उर्जित की बात सुनकर तीनो बहुत खुश हो गए। कर्ट उर्जित का सिर पकड़ कर बोला -" वाह्ह मेरे लाल क्या किया है तूने कमाल...। " उर्जित चिढ गया उसने कर्ट का हाथ झटक. दिया " आय हेट योर एक्टिविटी लाइक दिस मैन... एंड प्लीज् टॉक इन सिम्पल लैंग्वेज... पता नहीं कौन सी भाषा बोलते हो.. लाल, कमाल..। "
" ओय मेरे लाल... ये तुम्हारी हिंदी भाषा है दो तीन सौ साल पहले ऐसे ही बोला जाता था.. समझे? " कर्ट उसके सिर पर टपली बजाते हुए बोला।
" गॉइज प्लीज! स्टॉप दिस... एंड प्लानिंग करते है कि इस वीक को कैसे एन्जॉय किया जाये.. मैंने भी लीव के लिए अप्लाई कर दिया है शाम तक अप्रूव हो जाएगा...। " सहर्ष खुश होकर बोला।
उर्जित मुस्कुरा कर - " मैंने प्लैन कर लिया है क्या करना है?? "
" क्या? " तीनो ने चहककर पूछा।
" कर्ट और महाकाय का ड्रीम पूरा करते है इस बार। " उर्जित ब्लिंक करके बोला फिर चारों एक साथ चीख पड़े " वोओओ स्पेश ट्रिप "। सब आज बहुत खुश थे उर्जित महाकाय को देखा जो कर्ट और सहर्ष की बकबक सुनकर मुस्कुरा रहा था। उसे वो टाइम याद आया ज़ब वो मीटिंग रूम मे सूर्यवंशम के सामने पहुंचा था।
सूर्यवंशम ने उसे देखा फिर पूछा - "व्हाट हैपेंड उर्जित...? "
" सर... एक्चुअली एक परमिशन चाहिए था...। "
" स्पीक..…"
" सर.. एक्चुअली मैं अपने फ्रेंड्स के साथ स्पेश ट्रिप का प्लैन कर रहा था तो क्या मैं महाकाय को साथ ले जा सकता हूँ?? " उर्जित बहुत उम्मीद से उन्हें देख रहा था जबकि सूर्यवंशम सोच मे पड़ गए।
" सर स्पेसक्राफ्ट प्रोवाइड कराने वाली सभी कम्पनिज साथ मे ट्रैकर लगाए रहती है एंड वो हर मोमेंट पर नजर रखती है... सर! महाकाय का ये चाइल्डहुड ड्रीम है प्लीज सर! " उर्जित ने उनसे रिक्वेस्ट किया तो सूर्यवंशम ने सिर हिला दिया।
" ओके... बट स्पेसक्राफ्ट मैं हायर करूंगा... तुम अपने सारे फ्रेंड्स के डिटेल्स मुझे दो एंड रेमेंबर डैट आयओएआर का ट्रैकर उस पर लगेगा.. तुम्हारे हर पल की इफार्मेशन मुझे मिलती रहेगी..। "
" या स्योर सर, थैंक यू सर " कहकर उर्जित चला गया। सूर्यवंशम ने जूनियर साइंटिस्ट बेनेट को बुलाकर कुछ कहा तो सिर हिलाते हुए चला गया।
" क्या सोच रहे हो तुम " महाकाय की आवाज सुनकर उर्जित ख्यालो से बाहर आया तो सामने महाकाय मुस्कुराते हुए खड़ा था।
" नथिंग...। " कहते हुए उर्जित उसकी बाहें थपथपा दिया।
कहानी जारी है...