आधी आबादी का सच : बदलाव की दरकार शेष हैं.... विश्व की अन्य महिलाओं की तरह भारत की महिलाओं को आजादी से जीने,अधिकारों का उपयोग कर अपना सर्वागीण विकास करने और अपने मताधिकार के लिए संघर्ष नही करना पड़ा। अपने संघर्ष, मेहनत,जुनून ,जज्बे से हर सीमाओं को लांघकर पुरूषों से क
मापनी- 2222 2222 2212 121, मुखडा समान्त- अर, पदांत- आस"गीत" चल री सजनी दीपक लेकर भर दे डगर उजासआगे-आगे दिन चलता है अवनी नजर आकाशगिन दश दिन तक राम लड़े थे रावण हुआ निढ़ालबीस दिनों के बाद अयोध्या दीपक पहर प्रकाश....चल री सजनी दीपक लेकर भर दे डगर उजासलंका जलती रही धधककर अंगद का बहुमानबानर सेना विजय पुकार