shabd-logo

रोटी क्या है?

1 फरवरी 2022

42 बार देखा गया 42

एक बार मुल्ला नसीरुद्दीन पर राजदरबार में मुकदमा चला की वे राज्य की सुरक्षा के लिए खतरा बन गए हैं और राज्य भर में घूमकर दार्शनिकों, धर्मगुरुओं, राजनीतिज्ञों और प्रशासनिक अधिकारियों के बारे में लोगों से कह रहे हैं की वे सभी अज्ञानी, अनिश्चयी और सत्य से अनभिज्ञ हैं। मुक़दमे की कार्रवाई में भाग लेने के लिए राज्य के दार्शनिकों, धर्मगुरुओं, नेताओं, और अधिकारियों को भी बुलाया गया।
दरबार में राजा ने मुल्ला से कहा – “पहले तुम अपनी बात दरबार के सामने रखो”।
मुल्ला ने कहा – “कुछ कागज़ और कलमें मंगा लीजिये।” कागज़ और कलमें मंगा ली गईं।
“सात बुद्धिमान व्यक्तियों को एक-एक कागज़ और कलम दे दीजिये” – मुल्ला ने कहा। ऐसा ही किया गया।
“अब सातों तथाकथित बुद्धिमान सज्जन अपने-अपने कागज़ पर इस प्रश्न का उत्तर लिख दें – ‘रोटी क्या है?'”
बुद्धिमान सज्जनों ने अपने-अपने उत्तर कागज़ पर लिख दिए। सभी उत्तर राजा और दरबार में उपस्थित जनता को पढ़कर सुनाए गए।
पहले ने लिखा – “रोटी भोजन है”।
दूसरे ने लिखा – “यह आटे और पानी का मिश्रण है”।
तीसरे ने लिखा – “यह ईश्वर का वरदान है”।
चौथे ने लिखा – “यह पकाया हुआ आटे का लौंदा है”।
पाँचवे ने लिखा – “इसका उत्तर इसपर निर्भर करता है कि ‘रोटी’ से आपका अभिप्राय क्या है?”
छठवें ने लिखा – “यह पौष्टिक आहार है”।
और सातवें ने लिखा – “कुछ कहा नहीं जा सकता”।
मुल्ला ने सभी उपस्थितों से कहा – “यदि इतने विद्वान और गुणी लोग इसपर एकमत नहीं हैं कि रोटी क्या है तो वे और दूसरी बातों पर निर्णय कैसे दे सकते हैं? वे यह कैसे कह सकते हैं कि मैं लोगों को गलत बातें सिखाता हूँ? क्या आप महत्वपूर्ण मामलों में परामर्श और निर्णय देने का अधिकार ऐसे लोगों को दे सकते हैं? जिस चीज़ को वे रोज़ खाते हैं उसपर वे एकमत नहीं हैं फिर भी वे एकस्वर में कहते हैं कि मैं लोगों की मति भ्रष्ट करता हूँ!” 

5
रचनाएँ
मुल्ला नसरुद्दीन
0.0
मुल्ला नसरुद्दीन के किस्सों में एक तरफ तो समूची शैली में शासकों द्वारा जनता के शोषण-उत्पीड़न और अधिकारियों की मूर्खता, लालच व बेईमानियों पर तीखे प्रहार हैं, तो दूसरी तरफ सीधे-सादे किसान, मज़दूर और आम जनता की ज़िन्दगी की कशमकश है, साथ ही निकम्मेपन, स्वार्थ, घमंड व अंधविश्वासों पर चोट भी।
1

खुशबू और खनक

1 फरवरी 2022
4
0
0

एक दुकान से मुल्ला नसरुद्दीन ने अपने लिए 2 तथा गधे के लिए 10 नान खरीदे, साथ ही भेड़ का भुना हुआ लज्जतदार गोश्त भी लिया। दरी में बैठकर नसरुद्दीन खाना खाने लगा। पास ही खड़ा उसका गधा भी नानों पर हाथ साफ

2

मैं तुम्हारे कारण यहां हूं और तुम मेरे कारण यहां हो

1 फरवरी 2022
1
0
0

मैं तुम्हारे कारण यहां हूं और तुम मेरे कारण यहां हो: मुल्ला नसरुद्दीन की कहानी मुल्ला नसरुद्दीन एक सड़क से गुजर रहा था। शाम का समय था और अंधेरा उतर रहा था। अचानक उसे बोध हुआ कि सड़क बिल्कुल सूनी है, कही

3

रोटी क्या है?

1 फरवरी 2022
2
0
0

एक बार मुल्ला नसीरुद्दीन पर राजदरबार में मुकदमा चला की वे राज्य की सुरक्षा के लिए खतरा बन गए हैं और राज्य भर में घूमकर दार्शनिकों, धर्मगुरुओं, राजनीतिज्ञों और प्रशासनिक अधिकारियों के बारे में लोगों से

4

दावत

1 फरवरी 2022
0
0
0

ख़ुशी की बात यह है कि मुल्ला नसरुद्दीन खुद हमें यह कहानी सुना रहे हैं:- “एक दिन ऐसा हुआ कि किसी ने किसी से कुछ कहा, उसने किसी और से कुछ कहा और इसी कुछ-के-कुछ के चक्कर में ऐसा कुछ हो गया कि सब और यह ब

5

पेशगी थप्पड़

1 फरवरी 2022
1
0
0

एक बार मुल्ला नसरुद्दीन ने घर का काम-काज करने के लिए नौकर रखा। उसका मानना था कि तालाब से पानी भरकर लाना उस जैसे इज्जतदार आदमी के लिए अच्छा नहीं। एक-दो बार ऐसा भी हो चुका था कि पानी लेकर लौटते समय नसर

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए