दुनियाभर में ना जाने कितने खेल खेले जाते हैं लेकिन शतरंज बहुत लोग ही खेल पाते हैं। भारत में भी शतरंज का बहुतच प्रचलन है और ऐसा माना जाता है कि इसका अविष्कार भारत में ही हुआ है. इसके बाद यह पारसी देशों में प्रचलित हुआ और इसके बाद पूरे विश्व में इसकी पकड़ पहुंची। भारत में शतरंज खेलने की शुरूआत भी 5वीं-6वीं शताब्दी के समय हुई थी, ऐसा माना जाता है।
कैसे खेलते हैं शतरंज?
शतरंज के खेल में काले और सफेद खानों से मिलकर एक बोर्ड होता है। इसमें कुल 64 खाने बने होते हैं और इसमें 32 खाने सफेद रंग और 32 खाने काले रंग के होते हैं. शतरंज के खेल में 2 खिलाड़ी ही खेल सकते हैं और दोनों के पास राजा, वजीर, दो हाथी, दो घोड़े, दो ऊंट और 8 सैनिक होते हैं। शतरंज के नियम के अनुसार, सफेद खाने का खिलाड़ी ही खेल की शुरुआत कर सकता है। इस खेल में कोई समय सीमा नहीं होती है और India Chess Foundation में इस समय शतरंज के खेल का नियंत्रण व प्रतियोगिता को आयोजित करते हैं इसकी स्थापना साल 1951 में हुई थी।
भारत के फेमस शतरंज प्लेयर
1. विश्वनाथन आनंद
2. दिव्येंदु बरुआ
3. बी. रवि कुमार
4. आरती रामास्वामी
5. पी.हरिकृष्ण
6. मैनुएल ऐरोन
7. कोनेरू हम्पी