आना और जाना खेल हैं , इसे खेलना पड़ेगा.
जिन्दगी छाँव व धूप का मेल हैं, इसे झेलना पड़ेगा.
राहो में मुश्किल चाहें जितना भी आयें.
पर लक्छ्य को हमे भेदना पड़ेगा.
1 अक्टूबर 2015
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Mera naam hemant singh hain. Maine m.a kiya hain. Aur is samay lekhni ka kaam karta hun. Dhanyavaad.D
अच्छा
1 अक्टूबर 2015