ग़मों का पिटारा अब खोलेंगे हम ।
बिछड़ कर उनसे बस रोलेंगे हम ।।
©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी ,इंदौर
©काज़ीकीक़लम
𝐆𝐡𝐚𝐦𝐨𝐧 𝐤𝐚 𝐩𝐢𝐭𝐚𝐫𝐚 𝐚𝐛 𝐤𝐡𝐨𝐥𝐞𝐧𝐠𝐞 𝐡𝐮𝐦 .
𝐁𝐢𝐜𝐡𝐡𝐚𝐝 𝐤𝐚𝐫 𝐮𝐧𝐬𝐞 𝐛𝐮𝐬 𝐫𝐨𝐥𝐞𝐧𝐠𝐞 𝐡𝐮𝐦 .
©𝐃𝐫.𝐖𝐚𝐬𝐢𝐟 𝐐𝐮𝐚𝐳𝐢
©𝐐𝐮𝐚𝐳𝐢𝐤𝐢𝐤𝐚𝐥𝐚𝐦
18 नवम्बर 2021
ग़मों का पिटारा अब खोलेंगे हम ।
बिछड़ कर उनसे बस रोलेंगे हम ।।
©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी ,इंदौर
©काज़ीकीक़लम
𝐆𝐡𝐚𝐦𝐨𝐧 𝐤𝐚 𝐩𝐢𝐭𝐚𝐫𝐚 𝐚𝐛 𝐤𝐡𝐨𝐥𝐞𝐧𝐠𝐞 𝐡𝐮𝐦 .
𝐁𝐢𝐜𝐡𝐡𝐚𝐝 𝐤𝐚𝐫 𝐮𝐧𝐬𝐞 𝐛𝐮𝐬 𝐫𝐨𝐥𝐞𝐧𝐠𝐞 𝐡𝐮𝐦 .
©𝐃𝐫.𝐖𝐚𝐬𝐢𝐟 𝐐𝐮𝐚𝐳𝐢
©𝐐𝐮𝐚𝐳𝐢𝐤𝐢𝐤𝐚𝐥𝐚𝐦