शिक्षक वो है जो दीप जलाए,
अंधकार में राह दिखाए।
ज्ञान की ज्योत जलाए हर दिन,
बनता है जीवन का सुनहरा किनारा वहीं।
शिक्षक वो नही जो बस पढ़ाए,
वो है जो हमें सच्ची राह बताए।
सपनों को साकार कर दे,
संघर्षों में भी साथ निभाए।
कभी डांट, तो कभी समझाए,
हर कदम पर सच्चाई सिखाए।
अपने अनुभव से जीवन संवारे,
गिरते हुए हमें फिर से उठाए।
राह कठिन हो चाहे जितनी,
आसानी से चलना सिखाए।
शिक्षक है वो अनमोल सितारा,
जो हमें हर मुश्किल से बचाए।
शिक्षक का कर्तव्य बड़ा महान,
वो बनता है हमारे सपनों का विमान।
मंज़िल की राह वो आसान कराता,
हमें अपनी मंज़िल तक पहुँचाता।
पवन कुमार शर्मा
कवि कौटिल्य