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शीना बोरा मर्डर एक झलक

23 मार्च 2023

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अभियोजन पक्ष के अनुसार, इंद्राणी, उनके पूर्व पति संजीव खन्ना और ड्राइवर राय ने 24 अप्रैल, 2012 को मुंबई में एक कार में, इंद्राणी की उसके पहले साथी से हुई बेटी शीना का कथित रूप से गला घोंट दिया था। उन्होंने अगले दिन उसके शव को रायगढ़ जिले के एक जंगल में फेंक दिया ।

25 अगस्त 2015 को इंद्राणी मुखर्जी को 2012 में अपनी बेटी शीना बोरा की कथित हत्या के सिलसिले में मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 201 और 34 के तहत आरोप लगाए गए थे। सितंबर 2015 में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मामले को संभाला।

शीना बोरा हत्याकांड देश के सबसे चर्चित मर्डर केस में से एक है. ये एक ऐसा हत्याकांड था, जिसमें जानी-मानी हस्ती इंद्राणी मुखर्जी और उनके पति रहे पीटर का नाम सामने आया था. इस हत्याकांड में रिश्तों का वो पेंच था, जिसमें फरेब, धोखा, झूठ से पैदा हुआ नाजायज रिश्ता और उस रिश्ते को छिपाने के लिए हुआ एककत्ल था.  

इसी घटना को इस  पुस्तक में बताया गया है

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रचनाएँ
एक थी शीना बोरा : सनसनीखेज़ क़त्ल की प्रामाणिक पड़ताल
5.0
लालच, झूठ और महत्त्वाकांक्षा की भेंट चढ़े रिश्तों की कहानी है—शीना बोरा कांड। इस किताब में इस बेहद चर्चित हत्याकांड के अब तक हुए खुलासों को एक क्रम के साथ प्रस्तुत किया गया है ताकि पाठक शीना बोरा नाम की युवती की उसकी अपनी ही माँ द्वारा की गई सुनियोजित हत्या के केस के पीछे की पूरी कहानी को ठीक-ठीक समझ सके। बदलाव के एक तेज़ दौर से गुज़र रहे पारिवारिक सम्बन्धों का एक जटिल जाल भी इस घटना का बड़ा पहलू रहा है। उसका ख़ाका भी यह किताब, बिना जजमेंटल हुए, हमारे सामने रखती है। निजी ई-मेल्स और फ़ोन-वार्ताओं को भी लेखक ने बिना ज़्यादा काट-छाँट के यहाँ रखा है, जिनसे भावनाओं और तेज रफ़्तार महानगरीय जीवन की आर्थिक-सामाजिक पेचीदगियों की एक नाटकीय तस्वीर सामने आती है। यह मामला अभी भी कोर्ट के विचाराधीन है; इस पुस्तक का उद्देश्य पाठकों को सिर्फ़ उन तथ्यों से अवगत कराना है जो अभी तक सामने आए हैं और जिनका नि:सन्देह एक समाजशास्त्रीय महत्त्व भी है। यह किताब उसी पत्रकार की लेखनी से सम्भव हुई है जिसने इस कांड को हर स्तर पर कवर किया है।

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