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जगाने नई आशा कि उम्मीद मै आया हूँ।मयाबी इस दुनियाँ से निकाल तुझे ले जाने आया हूँ।क्यो है। कालकोठरी मे बंद क्यो बहाता गम के आँसू तुझे तो पुरी दुनियाँ देखनी है। यही बताने आया हूँ।मय