सपना में तुम! ************ © ओंकार नाथ त्रिपाठी "सपना में तुम" 'शब्द इन'पर आन लाइन प्रकाशित होने वाली मेरी बारहवीं पुस्तक कविता संग्रह के रुप में है।अब तक आनलाइन प्रकाशित होने वाली कुल तेरहवीं पुस्तक होगी'सपना में तुम'। एक कविता संग्रह मेरी 'योर कोट्स'से प्रकाशित है। सपना में तुम की नायिका मेरी मानस नायिका है।मेरे शब्द अक्सर मेरी मानस नायिका के ईर्द-गिर्द घूमते दिखेंगें जो कि आम आदमी के जीवन में घटित होने वाली स्थितियों परिस्थितियों पर केन्द्रित है। मेरी रचनाएं किसी व्यक्ति विशेष पर केंद्रित नहीं हैं।अगर कुछ सामंजस्य या स्थितियां ऐसी लगती हैं तो यह मात्र संयोग हो सकता है। "सपना में तुम"फैंटेसी लगे ऐसा मेरा प्रयास मात्र है।मेरे शब्द ऐसे चित्र बना पा रहे हैं या नहीं इसका आकलन आप पाठक ही कर सकते हैं। आशा है कि आप पाठक गण इस कविता संग्रह को अपना स्नेह देकर मेरा उत्साहवर्धन करेंगे।आपकी आलोचनाएं भी मेरा मार्गदर्शन करेंगी। © ओंकार नाथ त्रिपाठी अशोकनगर, बशारतपुर गोरखपुर उप्र।