दीपावली आप आएं!
मन में जोद्वेष भरे हैं,दीपों की टीमटीम में सब जल जाएं। अगंध से जोदिल हैं हमारे,गेंदों की सुगंधसे महक जाएंभर जाएं । मुहब्बत जो अनकहेरह गए हैं,रंगोली के रंगोंसे खिल जाएंनिखर जाएं। इरादे जो डगमगसे हैं,गणपति सब पूरापक्का कर जाएं। जो मुश्किल है जीने में,लक्ष्मी अपने साथझोल