27 मई 2023
*तहनियत*ये तहनियत है तुम्हारी जो मैं इस मुकाम पर हूँ,वरना इस हयात में मैं इतना मुस्तहिक कहाँ ।© प्रदीप त्रिपाठी "दीप" ग्वालियर (म.प्र.)