अनिरुद्ध और उसके मित्र को पता है की सिकंदर नाम के एक शातिर चोर की नजर उसकी कुछ प्राचीन मूर्तियों और पेंटिंग्स पर है। वे दोनों यह भी जानते हैं की सिकंदर जो चाहता है वह पाकर ही दम देता लेता हैं। पर सिकंदर के हाथ इन मूर्तियों और पेंटिंग्स के लगने का अर्थ है इतिहास के कुछ पन्नों का हमेशा के लिए समाप्त हो जाना।