shabd-logo
Shabd Book - Shabd.in

Today's Chanakya

Mahendra Pipa Kshatriya

8 अध्याय
0 व्यक्ति ने लाइब्रेरी में जोड़ा
0 पाठक
निःशुल्क

अनिरुद्ध और उसके मित्र को पता है की सिकंदर नाम के एक शातिर चोर की नजर उसकी कुछ प्राचीन मूर्तियों और पेंटिंग्स पर है। वे दोनों यह भी जानते हैं की सिकंदर जो चाहता है वह पाकर ही दम देता लेता हैं। पर सिकंदर के हाथ इन मूर्तियों और पेंटिंग्स के लगने का अर्थ है इतिहास के कुछ पन्नों का हमेशा के लिए समाप्त हो जाना।  

today's chanakya

0.0(0)

पुस्तक के भाग

1

Today's Chanakya Chapter 1

5 फरवरी 2022
0
0
0

१.चुनौती " Sir, कोई आपसे मिलने आया है।" एक बड़े हॉल में प्रवेश करते ही नौकर ने कहा, इसी के साथ उसने हॉल के बीच में ही रखी एक छोटी सी टेबल से खाली चाय के कप ट्रे में रख लिए। उस हॉल में बाई ओर की&nbs

2

Today's Chanakya Chapter 2

5 फरवरी 2022
0
0
0

२. मंथन सिकंदर को गए कुछ ही सेकंड बीते थे की अनिरुद्ध, ओम की तरफ जिज्ञासा भरी नजरों से देखते हुए बोला -" ये सिरफिरा क्या कहकर गया और तुम शुद्ध हिंदी क्यों बोल रहे थे? " ओम मुस्कुराते हुए बोला - " य

3

Today's Chanakya Chapter 3

5 फरवरी 2022
0
0
0

३. The Naughty One सुबह के 6 बज रहे थे। ओम अनिरुद्ध के कमरे में उसके पलंग पर बैठा था और पास में बाथरूम से शॉवर से पानी गिरने की आवाज आ रही थी। " भाई तू इतना जल्दी उठ नहा धोकर तैयार हो जाता है इसका

4

Today's Chanakya Chapter 4

5 फरवरी 2022
0
0
0

३. The Naughty One सुबह के 6 बज रहे थे। ओम अनिरुद्ध के कमरे में उसके पलंग पर बैठा था और पास में बाथरूम से शॉवर से पानी गिरने की आवाज आ रही थी। " भाई तू इतना जल्दी उठ नहा धोकर तैयार हो जाता है इसका

5

Today's Chanakya Chapter 5

5 फरवरी 2022
0
0
0

५. संघर्षगुरुवार को सब कुछ योजना के अनुसार ही चल रहा था। अनिरुद्ध ने बड़े जोर शोर से मीडिया के सामने प्रचार किया था की कस्टम्स की ओपचारिकताएं पूरी होने के बाद कुछ ही घंटो में विभिन्न देशों से आई मूर्त

6

Today's Chanakya Chapter 6

5 फरवरी 2022
0
0
0

६. असफलतासिकंदर शाह ने दोनों तिजोरियों को चुरा लिया था।शहर लौटते ही इंस्पेक्टर मनोज ने सिकंदर शाह को पुलिस कस्टडी में ले लिया था परंतु उसके वकील को उसे छुड़ाने में कुछ ही घंटे लगे। सिकंदर के पास पहले

7

Today's Chanakya Chapter 7

5 फरवरी 2022
0
0
0

७. साफल्यम्सिकंदर के लिए यह सब किसी भूकंप से कम नहीं था। वह हतप्रभ सा ओम के सामने खड़ा था। ओम सोफे पर बैठा हुआ उसकी ओर देखे जा रहा था।" तुमने शायद रात को ही मेरे ऐनक के साथ छेड़छाड़ की होगी।" ओम ने हं

8

Today's Chanakya Chapter 8

5 फरवरी 2022
0
0
0

८. पुस्तैनी बंगला भाग 1आयशा के लिए ओम की हर बात समझ से बाहर थी। उसका चेहरा आश्चर्य से भरा हुआ था और ओम तथा अनिरुद्ध उसे मुस्कुराते हुए देख रहे थे।" साला अपुन को......."आयशा झुंझलाहट में अपने पुराने ढं

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए