8 नवम्बर 2016
वह यही था सच जोयुगों के ज्ञान के इलाके मेंबुद्धि के उबड़ -खाबड़ पगडंडियो परचलता हुआ अँधेरे से उजाले की ओरऔर वह उजाला भी युगान्त के बादबने मठों के अँधेरे में ढलता गयाजैसे तेज आँखों में मोतियाबिन्द हो गया होखुद के परदे में समूचा दृश्य ख