समय के आभाव से मंदिर जाना मेरा कम ही होता है , पर फिर भी सप्ताह मैं १ बार जर्रूर जाती हूँ , अब आज की बात ले लो , सुबह मंदिर मैं दर्शन हो जाने पर मैं मंदिर की सीढ़ियों पर बैठी हुयी थी मेने देखा की एक बूढी महिला मंदिर के बाहर भीख मांग रही थी और एक के बाद एक लोंगो का आना होता रहा , कोई दूध चढ़ा रहा