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भाग - 4

28 मार्च 2024

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आप सभी का फिर से स्वागत है दोस्तो।
अब आगे की कहानी...

रचित रचना, से कहता है, क्यों ना हम कॉफी पीने चले।
रचना कुछ देर सोचने के बाद, में बताती हूं तुमको, अभी चले,
क्लास का टाइम हो रहा हैं। रचित हा हा क्यो नहीं, आपका हुकूम
सराखो पर।

स्कूल छूटने के बाद अभी रचना रिया के साथ बस मैं, क्या बात है रचना बड़ा मुस्कुरा रही है, रचित ने कुछ बोला क्या, रचना नही तो, फिर क्या बात है, मुझे भी तो बता, रिया रचना से पूछती है, अरे कुछ नही अभी मिले हमे टाइम ही कितना हुआ है, की उसने मुझे काफी के लिए इनवाइट कर दिया!

रिया aaye haaye क्या बात है, आज तक किसी लड़की को उसने ऐसा नहीं बोला तू पहली है और बहुत लकी है यार, नही तो सब लड़कियां मरती है उस पर, फिर सोच क्या रही है, हां बोल दे यार।

रचना हां यार वही सोच रही हूं, क्या करूं, अरे तू इतना मत सोच okk,
और कुछ बात हुई क्या? रचना रिप्लाई, नही यार, चल कल फिर मिलते है, okk बाय। रचना रिप्लाई बाय रिया।

वहा रचित सोच रहा था, की पता नही रचना मेरे बारे में क्या क्या सोच रही होगी, मैने कुछ जल्दी तो नही बोल दिया ना, देखते है यार चलो अभी सो जाओ, रचित अपने से बाते करते हुए।

अगले दिन, रचना फिर क्या सोचा है कॉफी पर चलने का तुमने मुझे कुछ बताया नही, रचना ने रचित से कहा रचित समय आने पर बताऊंगी, रचना का कोई रिप्लाई नही मिला रचित को, उसने सोचा शायद मैंने बहुत जल्दी कर दी बोलने में, ऐसा सोचकर वो अपनी पढाई में जायदा ध्यान देने लगा, और अपनी लाइफ में व्यस्त हो गया।

रचित और रचना ऐसी मिलते रहते है, बाते होती रहती हैं, पर  रचना का कोई जवाब नही मिला रचित को, खैर एग्जाम आ गए थे और दोनों टॉपर ठहरे, अब देखते है क्या होता हैं.. कभी रचित टॉप करता, कभी रचना, समय का पता ही नही चला, लेकिन आज तक रचना ने काफी मैं जाने के लिए रचित को हां नही बोला था।

एग्जाम के नतीजे आए इस बार रचना ने टॉप किया वो भी पूरे स्टेट में, रचित 2nd आया। पर "कॉफी" का जवाब का इंतजार वो करता ही रहा, और इस बार रचना, रचित के पास आई और बोली, आज वो दिन आ ही गया रचित जो तुम चाहते थे, चलो आज चलती हूं मैं तुम्हारे साथ कॉफी मैं, रचित ने रचना को congrats बोला, और चुपचाप वहा से चला गया।

😊 

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मीनू द्विवेदी वैदेही

मीनू द्विवेदी वैदेही

बहुत सुंदर लिखा है आपने सर 👌👌 आप मुझे फालो करके मेरी कहानी प्रतिउतर और प्यार का प्रतिशोध पर अपनी समीक्षा और लाइक जरूर करें 🙏🙏

28 मार्च 2024

Abhay Kumar Soni

Abhay Kumar Soni

28 मार्च 2024

धन्यबाद मीनू जी आपकी कहानियाँ भी मैं जुरूर पढ़ूँगा आपका बहुत शुक्रिया :)

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रचनाएँ
"बचपन का प्यार"
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आप सभी का स्वागत है, दोस्तो। यह मेरी पहली कहानी हैं, जैसे होता है ना "बचपन का प्यार" आप अपना प्यार और सपोर्ट मुझे चाइये दोस्तो। धन्यवाद। :)
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"बचपन का प्यार"

28 मार्च 2024
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आप सभी का स्वागत है, दोस्तो। यह मेरी पहली कहानी हैं, जैसे होता है ना बचपन। वैसी ही यह कहानी है, जिसका शीर्षक हैं। "बचपन का प्यार" आप अपना प्यार और सपोर्ट बनाए रखियेगा दोस्तो। धन्यवाद। 😊 

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भाग - 1

28 मार्च 2024
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"कहते है ना, की हर किसी की शुरुआत बचपन से ही शुरू होती हैं।  तो यह कहानी भी कुछ ऐसी ही है, यह कहानी शुरु होती हैं।" "बचपन"  से... रचित और रचना की कहानी भी कुछ ऐसी शुरु होती हैं। "रचित" बचपन

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भाग - 2

28 मार्च 2024
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दोस्तो आपका स्वागत है। भाग 2 में.. हम पिछले एपिसोड में कहा थे याद आया आपको। हां हां मुझे पता है आप लोगो को याद होगा। तो कहानी शुरु होती है, रचना से.. वो भी दिल्ली से मुंबई आई थी अपने पाप

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भाग - 3

28 मार्च 2024
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आप सभी का एक बार फिर से स्वागत हैं। तो कहा थे हम, जी हा आप सब सही समझे, तो चलिए शुरू करते है। मैडम ने रचित से कहा, यह रचना हैं, आज से यह तुम्हारे क्लासमेट हैं। रचना को सब कुछ समझा दो, की हमारी प

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भाग - 4

28 मार्च 2024
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आप सभी का फिर से स्वागत है दोस्तो। अब आगे की कहानी... रचित रचना, से कहता है, क्यों ना हम कॉफी पीने चले। रचना कुछ देर सोचने के बाद, में बताती हूं तुमको, अभी चले, क्लास का टाइम हो रहा हैं। रचित हा

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