एक सफ़र एहसासों का दो दिलों के जज्बातों का
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हां उससे बात करना अच्छा लगता हैइस मतलबी दुनियां में साथ उसका सच्चा लगता हैहां उससे है जरा ज्यादा सा लगावक्योंकि वो समझता है मेरे मन के भावहां उसके बिन अब हर बात लगती है अधूरीमगर क्या इसे प्यार का नाम
बहुत रोका खुद कोदायरें की कायम किएकर के नजरंदाज हर अहसास कोबहुत रोका खुदबनाई बेहिसाब हदें भीमगर दिल ये कर बैठा फिर भी बगावतबेअसर हुई हर कोशिश आखिर हो ही गई तुमसे मुहब्बत
एक लड़का है बड़ा प्यारा साउसकी हर बार परप्यार आता हैहै जरा गुस्से वाला वोपर मेरे साथ गुस्सा अपना भूल जाता हैइंतजार बहुत करवाता हैपर मुस्कुराहट मेरे लबों परपल में सजाता हैअहसास अपने उसे जताना
जीने के बदल रहा है अंदाजदिल भी बदल रहा है अपना मिजाज़बेवजह उनसे लड़ने लगे हैउनकी हर बात पर अड़ने लगे हैझगड़ने के बहाने करते है उनसे बातसाथ वो रहे यही है सुकून भरा अहसासउफ्फ ये क्या मुझे होने लगा हैउसक
बहते झरने सा तू निश्छलपावन प्रेम , सरलता से भरा तेरा मनमेरे ख्वाबों ख्वाहिशों का तू विशाल सा आकाशकभी प्यार की तो कभी जलन में गुस्से की तू बरसाततुझ बिता एक लम्हा शदियों से कम नहींतुम बिन प्रियतम हम नही
आज करते हो जो तुम मुझेनजर अंदाजतुम्हे खबर है प्यार तुमसे मुझे बहुत है खोने का अब कोई डर नहीं तुम्हे इसलिए बेपरवाही इतनी दिखाते हो तुम आजमगर एक दिन मुझे खो दोगे तुम जो रहे ऐसे ही तुम्हारे अं