जो सतह पर दिखता है, वह अवास्तविक है। कलकत्ता के सेंट्रल एवेन्यू पर 'जानकीदास तेजपाल मैनशन’ नाम की अस्सी परिवारों वाली इमारत सतह पर खड़ी दिखती है, पर उसकी वास्तविकता मेट्रो की सुरंग खोदने से ढहने और ढहाए जाने में है। अंग्रेज़ी में एक शब्द चलता है ‘अंडर
अयोध्या का मतलब है, जिसे शत्रु जीत न सके। युद्ध का अर्थ हम सभी जानते हैं। योध्य का मतलब, जिससे युद्ध किया जा सके। मनुष्य उसी से युद्ध करता है, जिससे जीतने की संभावना रहती है। यानी अयोध्या के मायने हैं, जिसे जीता न जा सके। पर अयोध्या के इस मायने को बद
कुशल प्रशासक के गुण एवं कौशल
भारतीय समाज में ताक़त का सबसे नज़दीकी, सबसे देशी और सबसे नृशंस चेहरा—पुलिस। कोई हिन्दुस्तानी जब क़ानून कहता है तब भी और जब सरकार कहता है तब भी, उसकी आँखों के सामने कुछ ख़ाकी-सा ही रहता है। इसके बावजूद थाने की दीवारों के पीछे क्या होता है, हममें से ज़