2022 के अब मात्र तीन दिवस शेष रहे है ।2022 जीवन की अनकही कही यादें छोड़ कर जा रहा है । अपने वतन की मान ,सम्मान ,गरिमा,यश,समृद्धि की यशोगान की अदभूत कहानी लिख गया और हम सबके जीवन में भी यह भावना जीवंत कर गया ।
मेरे जीवन में यह साल बहुत ही सराहनीय यादें छोड़ कर जा रहा है । यह वर्ष मेरे जीवन का प्रथम राजकीय वर्ष बना जो मुझे ही नही मेरे सभी परिवार जनों को खुशी की भावना से भर गया। मेरे परिवार जनों ने इस वर्ष को सादगी पूर्ण तरीके से आनंद लिया । वर्ष के अंतिम सप्ताह में मेरी सबसे छोटी बहन राममूर्ति को पुत्र रत्न प्राप्त हुआ 21 दिसंबर को जो हमारे परिवार के लिए आनंद दाई रहा ।
विद्यालय परिवार में अंतिम सप्ताह भी आनंद और खुशहाल के विचार और वीर शहीद दिवस मनाते हुए ।सब शीतकाल की छुट्टी के लिए अपने घरों की और लोट आए।यह अंतिम सप्ताह अपने परिवार के साथ बीता रहे है ।