निर्जला एकादशी को हिंदू धर्म में बहुत पावन तिथि माना गया है ।यह तिथि इस बार 10 जून 2022को आई थी ।में इस दिन अपने घर पर ही था लेकिन इस पावन दिन को मैने अपने प्रभु श्याम खाटू के दर्शन का मन बनाया और उस श्याम की आज्ञा से में अपने घर से सुबह जल्दी ही स्नान कर के अपने गुरु महाराज के दर्शन करके उनके दरबार के लिए निकल पड़ा । मैने अपने बस केंद्र तक छोड़ने के लिए अपने भतीजे मेघचंद को बुलाया और उसने मुझे बस केंद्र तक छोड़ आया ।वहा जाते ही मुझे मेरा एक जानकर मिल गया ।में उनके साथ ककोड़ तक गया ।
वहा से में कोटा बस केंद्र की बस मे बैठ गया ।परिचालक ने मेरा टिकट बन दिया ।में उसमे बैठा हुआ अपने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर का रील डाल दिया ।और बस का सफर धीरे धीरे कटने लगा।लगभग 2:00 बजे के आस पास में जयपुर पहुंच गया । वहा उतरने के बाद मैं खाटू जाने वाली बस तलाश करने लगा । बस टिकट खिड़की पर काफी ज्यादा भीड़ थी ।बस में बैठने के लिए सीट मिलना मुश्किल लग रहा था ।लेकिन श्री श्याम की मेहरबानी से बिना टिकट बनाए ही परिचालक ने अनुमति दे दी की बिना टिकट की सवारी ही बैठे इस तरह से में जयपुर श्री श्याम के दर्शन के लिए प्रस्थान हो गया ।
जयपुर को पास करते ही हाइवे का नजारा देखते ही बन पड़ता है ।सफर के दौरान सिंधी कैंप से निकलते ही अजमेरी पुलिया के पास एक लाइट वाला रिक्शा बस के पास साइड में अटक गया ।बड़ी मुश्किल से उसे दूर किया ।तभी एक छोटी बालिका अपनी मां की गोद में रोने लगी ।उसे बालिका की दादी भी साथ जा रही थी w shant karne ka jatan Kiya mager balika badi mushkil s shant Hui ।