सुषमा स्जीवराज जी नमस्कार !! विषय :- #अबकी बारी नोटा भारी !! मैं एक मध्यम वर्गीय सामान्य नागरीक हुँ। कुछ दिनों से पासपोर्ट विवाद चल रहा है और आपने भी एक दिन से भी कम समय में पासपोर्ट विवाद सुलझा लिया। मैं इस पर कोई व
पत्थरबाजों पर कार्यवाही के नाम पर लीपापोती। कश्मीर के कथित भटके हुए नौजवानों की जमात मे महिलाएँ भी शामिल हो चुकी है। महिला पत्थरबाजों से निपटने के लिए सेना के दस्ते मे महिला-ब्रिगेड को शामिल किया गया है तथा सेना के वरिष्ठ अधिकारियों नुसार ये महिला सैनिक इन महिल
जीत हमारी निश्चित है।बलिदानों की किमत पर,जीत हमारी निश्चित है।किस सोच मे बैठा है तू,राष्ट्र हो गया खंडित है।बहन-बेटियों की लाज रही,किताबों तक ही सीमित है।लड़कर ही बच सकता है,बन रहा क्युँ कश्मीरी पंडित है ?भाई-चारा तेरे काम न आया,कुरान