गतांक से आगे:-रमनी शहर जा रही थी अपनी गृहस्थी बसाने ।गांव से नाता टूटता जा रहा था ।वह जैसे ही गाड़ी की अगली सीट पर बैठी तभी अचानक से एक काली बिल्ली हवेली के दरवाजे से निकल कर उनके सामान वाली गाड़ी मे
रमन के पिताजी बचपन में ही अपने चाचा जी के साथ मुंबई आ गये थे, उसके बाद वह मुबई के होकर रह गये। रमन ने जब भी गॉव जाने की बात कही तो उसके पिताजी हमेशा यह कहकर टाल देते कि वहॉ तो
एक दिल दहला देने वाली आपदा में, महाराष्ट्र के सुरम्य रायगढ़ जिले में विनाशकारी भूस्खलन हुआ, जिसमें कई निवासियों की जान चली गई। इस दुखद घटना से देश शोक में डूब गया है और मलबे के बीच बचे लोगों को खोजने
प्राकृतिक असंतुलन एक बहुत बड़ी समस्या का रुप धारण कर लिया है । इस पृथ्वी पर मानव सभ्यता अपने लाभ व कामना के लिए उसका अत्यधिक दोहन किया है और यह कृत्य अब भी जारी है। हमने अपने घरो के चौखट सुन्दर दिखाने