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आज पत्रकारिता

5 अगस्त 2022

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इस समय समाचार देखते हुए कई बार अजीब सी खिन्नता होती है समाचार चैनल्स और चैनलों के एंकर स्वयं को कानून से व्यवस्था के हर धड़े से ऊपर समझते हैं ।


इन्हें देखने पर लगता है ये सब बेहद अंहकारी हैं ये खुद को  हर विषय का विशेषज्ञ समझते हैं और बेलगाम हो गए हैं ज्यादातर एंकर मानसिक रोगी और हद दर्जे स्वार्थी हो चुके हैं किसी भी सभ्य समाज को इन्हें कतई बर्दाश्त नहीं करना चाहिए सामाजिक बहिष्कार का एक चाबुक इन्हें अपनी जल्द ही सही जगह स्थापित कर देगा।


आये दिन इनके ट्रायल लोगों को अपराधी साबित करते हैं नफरत का जहर फैलाते हैं और  इनके द्वारा फैलाये झूठे अफवाह के पोल खुलने झूठ साबित होने पर भी इन्हें किसी प्रकार की शर्मिंदगी नहीं होती बल्कि ये अपने अगले शिकार की तलाश में निकल पड़ते हैं।


आज न्यूज चैनलों द्वारा दीपिका की गाड़ी का पीछा करते देखकर ब्रिटेन की राजकुमारी डायना की यादें ताजा हो गईं इसी पत्रकारिता ने  असमय  ही उनसे उनकी जिंदगी छीन ली ।


मनोरोगियों की तरह व्यवहार करते न्यूज चैनलों को जरूरी है समाज सबक सिखाये

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मेरी डायरी

6 अगस्त 2022
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1हर भ्रष्ट तंत्र कीदलदली जमीन मेंकुछ फैशनेबल शब्दफल की तरह लगते हैंलफ्फाजियों केघने पेड़ों पर######### 2वे ही विशेषज्ञ हैंजिन्हें आता हैबिना डकार लिएसबके हक कीएक ए

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हो ऐसा घर तो अच्छा हो

7 अगस्त 2022
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न जाने क्यों मुझे लगता है मैं हूँ भीड़ में तन्हान कोई शोर न साया, हो ऐसा घर तो अच्छा होयहां दो अजनबी रहते ,कोई दिन यूँ नहीं गुजरेअकेलापन मेरा साथी जो ऐसा हो तो अच्छा होयहां हर मोड़ पर दुख दर्द की कितनी

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मन मयूर

9 अगस्त 2022
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मन मयूर यूँ झूम रहा है, बरखा ऋतु आई हो जैसेवन उपवन की सब हरियाली मन पर भी छाई हो जैसे धुले हुए पत्तों ने देखो अभी अभी श्रृंगार कियागगन रीझ के सुंदरता पर इंद्रधनुष का हार दियाचंचल चपल नायिका देखो

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'चाँद मेरे हाथ मे'

20 अगस्त 2022
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हारती नफरत यहां परप्रेम का वो सिलसिला हैचाँद मेरे हाथ मे ,मन मे अंधेरा क्यों घुला हैपथ को आलोकित करे जोदीप जलकर रौशनी दे रात के भयभीत पथ को उजली उजली चांदनी देफिर भी उसके गिर्द इतना काल

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