तारीफों का जाल असफलता का कारण हो सकता हैं कभी कभी झूठी तारीफ है आपका कैरियर बर्बाद कर सकती है आपकी सफलता की तरक्की को रोक देती हैं और आपको असफल होने की श्रेणी में लाकर खड़ा कर देती है क्योंकि लोगों की झूठी की हुई तारीफ है मैं बहुत अच्छी लगती है सुनने में पर वे अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिये आपकी तारीफ़ कर सकते हैं इसीलिए हमेशा सावधान रहना चाहिए कहीं आपकी तारीफ़ की बात आपकी बर्बादी का रास्ता तो नहीं है ऐसे ये कहानी है 1 राजा का पुत्र हमेशा अपने दोस्तों के साथ रहता है और उसके स्वार्थी दोस्त हमेशा उसकी तारीफ़ करते रहते हैं और युवराज उनकी तारीफ सुनकर बहुत खुश होता है ये देखकर राजा को बहुत दुख होता है चूंकि राजा बुजुर्ग हो गया बहरहाल सिंघासन वे अपने युवराज को बिठाना चाहता है पर युवराज झूठी तारीफों के जाल में फंसा हुआ है यह सोचकर वे अपने मंत्री को बुलाते हैं और मंत्री से राजा जी कहते हैं मंत्री जी आप हमारे राज्य के सबसे बुजुर्ग मंत्री है और आप बहुत ही समझदार हैं आपको पता है युवराज झूठी तारीफों के जाल में फंस गए अब मैं चाहता हूं कि वह राजसिंघासन को संभाले ।और मैं चाहता हूं हे इस तारीफों के जाल से बाहर निकाल लें यह सुनकर मंत्री जी कहते हैं महाराज मुझे 1 माह का समय दे मैं कोशिश करता हूं युवराज को इस जाल निकाल ले राजा जी कहते हैं ठीक है मंत्री जी मैं आपको 1 माह का समय देता हूं। मंत्री जी राजा इसे कहते पर मेरी 1 शर्त है आपको 500 सोने की मोहर मुझे देनी होंगी राजाजी कहते हैं ठीक है आप सोने की 5 00 ले जा सकते हैं और युवराज को भी अपने साथ ले जाए राजा से आज्ञा लेकर मंत्री जी युवराज को लेकर अपने घर आ जाते हैं और युवराज से कहती हैं युवराज जी आज से 1 महीना तक आप जा रहेंगे और ये 500 मोहरे र लो आपको 15 दिन में खर्च करनी है आप चाहें अपने मित्रों को बुला सकते हैं युवराज बहुत को खुशी हैं कि मुझे तो बहुत फायदा है अब मुझे राजाजी कि टोंक भी नहीं मिलेगी वह अपने मित्रों को बुला लेते हैं और उनके साथ 500 सोने की मुहर को खर्च करने लगते हैं धीरे धीरे 500 मोहर खर्च होने पर आ जाती है तारीख भी होने पर आ जाती है युवराज अपने साथियों से कहते हैं कि अब केवल 5 मोहर् बची है बाकी सब खर्च हो गई और हमारे पास 5 दिन है यह सुनकर उनके मित्र के कहते हैं युवराज हम पहले 5 माहर को खर्च कर लेते हैं उसके बाद हम आपके लिए अपने अपने घर से मोहरे ले आएंगे युवराज खुश हो जाते हैं और उनके मित्र झूठी तारीफ कर करके 5 मोहरे को भी खर्च करके चले जाते हैं फिर मंत्री जी आते हैं और कहते हैं युवराजी सोने मोहरों का क्या हुआ? युवराज कहतें हैं थे वह अपने दोस्तों के साथ खर्च हो गई ये सुनकर मंत्री जी कहतें हैं युवराज जी 15 दिन में अभी आपके पास 3 दिन बाकी है आप स्वयं अपने दोस्तों के पास जाएं और से खर्च के लिए कुछ मोहरे ले आए युवराज मंत्री जी से कहते हैं ठीक है मंत्री जी से आज्ञा लेकर युवराज अपने मित्रों के पास जाते है पर सब मित्र कोई न कोई बहाना बनाकर उन्हें टाल देते हैं और जब मंत्री जी के पास युवराज जाते हैं तो मंत्री जी युवराज से कहते हैं क्या हुआ युवराज पूरी घटना बता देते हैं तो मंत्री जी कहते हैं क्या सबक मिला युवराज कहते हैं मुझे सबक मिल गया ऐसे झूठी तारीफ़ करने वाले दोस्तों से हमेशा सावधान रहना चाहिए ये सुनकर मंत्री जी बात को खुशी होती हैं चलो पहला सबक मिला अब मैं आपको दूसरा सबक दिलाता हूं ये कहके मंत्री जी युवराज को अपने साथ ले जाते हैं कमरे में और वहां जाकर मंत्री जी युवराज से कहते हैं युवराज आप और हम दोनों भेस बदल लेते हैं और बाजार चलते हैं वहां जाके देखते हैं लोग हमारे राजा जी के बारे में क्या कहते हैं और हमारा राज कैसा चल रहा है उसकी जानकारी लेते हैं दोनों भेस बदलकर बाजार में पहुंच जाते हैं वहां 1 जगह भी पर 2नों बैठ जाते हैं तभी दो नागरिक आपस में बातचीत कर रहे हैं 1 नागरिक कहता है हमारे राज्य के राजा जी बहुत अच्छे हैं पर उनके पुत्र युवराज हमेशा झूठी तारीफों में समय व्यतीत करते हैं दूसरा नागरिक कहता है सही कहते हो यदि महाराज को कुछ हो गया तो युवराज राज कैसे संभालेंगे तभी पहला नागरिक कहता है यदि ऐसा होगा युवराज राजा बनेंगे तो मैं तो राज को छोड़कर दूसरे राज्य में चला जाऊंगा वरना बिना वजह के लोगों को परेशान करते रहेंगे और राज अस्त व्यस्त हो जाएगा ।उन दोनों नागरिकों की बात सुनकर युवराज की आंखों से आंसू आ जाते हैं और फिर मंत्री जी से सारे से कहता है अब वापस चलते हैं दोनों बाजार से बाहर आ जाते हैं तब युवराज अपने अपने मंत्री जी के हाथ जोड़कर कहता है मंत्री जी मुझे दूसरा सबक मिल गया हमेशा झूठी तारीफ है आपका नुक्सान करती है अब मैं राज को संभालूंगा 1 अच्छे राजा की तरह ।युवराज की बात सुनकर मंत्री जी बहुत खुश होते हैं और युवराज राजा बन जाता है और बहुत अच्छा राज्य संभालता है ऐसे बहुत सारे उदाहरण है आपका व्यापार हुआ या आपकी पढ़ाई या अन्य काम यदि आपको कोई झूठी तारीफ करता है तो आपका ही नुक्सान करता है ऐसे लोगों से हमेशा सावधान रहना चाहिए ये भी आपकी असफलता की वजह हो सकती है
मैं लेखक हूँ कहानियां लिखता हूँ कविता लिखता हूं बैस्ट मोटिवेशन स्टोरी राइटर का अवार्ड ब्रिज फेस्टिवल वृंदावन में मिला है मैंने ओपन माइक पर भी परफॉर्मेंस किया है D
यदि जिंदगी में कोई व्यक्ति असफल रह जाता है तो वह निराशा में हमेशा घिरा रह जाता है .चारों तरफ से अंधकार के अलावा कुछ दिखाई नहीं देता .ऐसे में यदि वे असफल होता है तो ये साबित नहीं होता कि वह काबिल नहीं है