- कभी कभी हमारी असफलता की वजह दोस्ती भी हो सकती है क्योंकि हम दोस्त के कहे अनुसार काम करते हैं और अपने सपनों को भूल जाते हैं और असफलता की ओर चले जाते हैं एक गांव में दो दोस्त एक साथ पढ़ते हैं दोनों में बहुत गहरी दोस्ती है एक दोस्त दूसरे दोस्त के कहने पर साइंस ले लेता है पर वह पढ़ने व कमज़ोर होता है फिर भी वह दोस्त की खातिर साइंस लेकर इंटर कॉलेज में एडमिशन ले लेता है और वह इंटर में फेल हो जाता है और वह गांव में रह जाता है पर जो साइंस लेकर प्रथम श्रेणी पास हो जाता है वह डाक्टर बन जाता है जो गांव मैं रह जाता है वह पछताता रहता है काश मैं दोस्त के कहने पर साइंस न लेता तो मैं आज कुछ बन जाता ऐसे बहुत सारे उदाहरण है कि हम अपनी दोस्ती खातिर अपने सपनों को भी भूल जाते हैं और पूरी उम्र पर पछताते रहते हैं इसी तरह से व्यापार में भी सच्चे दोस्त वही हैं जो आपके व्यापार को बढ़ाने में आपकी मदद करे न कि आपके व्यापार को गिराने में ।कभी कभी बचपन की की हुई गलती पूरी उम्र वर्ष पछताने पर मजबूर करती है बचपन के साथ पढ़ते हुए कुछ दोस्त ऐसे भी होते हैं जो कभी पड़ने पर ध्यान नहीं देते हैं और हमेशा उल्टी सीधी चीजों पर ध्यान देते हैं वह भी आपके कैरियर के लिए हानिकारक हो सकते हैं वे आपको हमेशा गलत शौक करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं पर आपको अपने सपनों पर ही ध्यान देना है ये भी मुख्य वजह हो सकती है असफलता की। कभी कभी यह सफलता की छोटी छोटी बातों को हम समझ नहीं पाते हैं जब हमारी उम्र निकलने लगती है जब समझ में आता है यार हम उन लोगों की दोस्ती नहीं करते तो हम भी सफल हो जाते