0.0(0)
1 फ़ॉलोअर्स
1 किताब
तथागत बुद्ध का जन्म आज से ढाई हजार वर्ष पूर्व लिंबनी वन में हुआ था ,,बुद्ध के बचपन का नाम सिद्धार्थ था,सिद्धार्थ को जब ज्ञान की प्राप्ति हुई तब वे बुद्ध कहलाए, तथागत बुद्ध ने बहुजन हिताय बहुजन स
डा अम्बेडकर ने कहा था,,मुट्ठी भर लोगो द्वारा बहुसंख्यक जनता का शोषण इसलिए संभव हो रहा है की पैदावार के संसाधन ,जैसे जल ,जंगम ,जमीन, खादान, उद्योग धंधों ,कल कारखानों, यातायात के संसाधान,बैंक इत्यादि पर
समानता के बिना स्वतंत्रता नहीं आ सकती है, और समानता के बिना बंधुत्व नहीं हो सकता है समानता, स्वतंत्रता और बंधुता एक दूसरे की पूरक हैं,समानता का अर्थ= राजनैतिक,सामाजिक ,आर्थिक और शैक्षणि
<div><br></div><div>समानता के बिना स्वतंत्रता नहीं आ सकती है, </div><div>और समानता के बिना बंधुत्व नहीं हो सकता है</div><div> समानता, स्वतंत्रता और बंधुता एक दूसरे की </div><div>पूरक है
क्रान्तिकारी साथियों, समाज में जब निजी सम्पत्ति नहीं थी तो कोई वर्ग नहीं था अर्थात कोई अमीर-गरीब नहीं था, कोई ऊँच-नीच नहीं था बराबरी थी। ऊँच-नीच, अमीर-गरीब निजी सम्पत्ति के ब
*बाबा साहेब का असली मिशन*डा भीम राव अंबेडकर की जयंती पर नमन! बाबा साहेब के कुछ बुद्धजीवी अंधभक्त बाबा साहेब को बगैर पढ़े उनकी मूर्ती के गले या पोस्टर पर माला चढ़ा कर जय भीम, जय-जय भीम बोल कर अपना दायित्