19 जुलाई 2018
"गीत"चैन की बांसुरी बजा रहे बाबासु-धर्म की धूनी जगा रहे बाबाआसन जमीनी जगह शांतिदायी नदी पट किनारे नहा रहे बाबा॥..... चैन की बांसुरी बजा रहे बाबामाया सह काया तपा रहे बाबा सुमन साधना में चढ़ा रहे बाबा सुंदर तट लाली पीत वसन धारीराग मधुर संध्या