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नाम अनुज कुमार पिता जी - श्री श्याम सिंह माता जी - श्री मती सुनीता देवी मेरा जन्म 15मई सन 1997 को उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के छोटे से गाँव सूखम पुर में हुआ था हम तीन भाई और एक बहन है उनमे मैं सबसे बड़ा हूँ! और पापा किसान है! मैं घर में सबसे बड़ा हूँ तो इसलिए घर की सभी जिम्मेदारी मेरे कँधों पर है! मैने कानपुर विश्वविधालय से अंग्रेजी में बी.ए. किया है और साथ ही उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान पैरामेडिकल विश्व विद्यालय सैफई इटावा उत्तर प्रदेश से डिप्लोमा भी 2020 में पूरा किया है मुझे पढ़ने और लिखने शौक बचपन से ही है इसलिए मैं अपनी कहानियां और कविताओं के माध्यम से और लोगों से जुड़ने की कोशिश करता हूँ जिससे मैं उन्हे और वो हमें जान सके! मेरा पहला उपन्यास "चौपाल " इस साल 2020 में पब्लिश हुआ है ! Name Anuj Kumar Father- Shri Shyam Singh Mother - Shri Mati Sunita Devi I was born on 15 May 1997 in a small village Sukhampur in Auraiya district of Uttar Pradesh, we are three brothers and one sister, I am the eldest of them! And dad is a farmer! I am the eldest in the house so all the responsibility of the house is on my shoulders. I have done BA in English from Kanpur University. and also completed Diploma in Para Medical in 2020 I have a passion for reading and writing since childhood, so I try to connect with more people through my stories and poems so that I can know them and them! My first novel "Choupal" is published in this year 2020!

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तेरे शब्द मेरी जुबाँ

तेरे शब्द मेरी जुबाँ

मेरी एक एक छोटी किताब होगी, जिसमें कुछ शायरी, OneLiner जैसे कुछ शब्द अपनो पढ़ने को मिलेगे!

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तेरे शब्द मेरी जुबाँ

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इश्क बेहिसाब

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गोमती एक्सप्रेस की रफ्तार धीमी होने लगी, और धड़-धड़ की आवाज भी धीमी होती जा रही थी, मतलब साफ है की स्टेशन आ गया है या आने वाला है। ट्रेन की रफ्तार धीमी होती जा रही थी और आलोक की धड़कने तेज, क्योंकि जब भी आलोक कहीं जा रहा होता है बस से हो, ऑटो से हो या फ

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इश्क बेहिसाब

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इश्क बेहिसाब

26 सितम्बर 2022
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रोहन हॉस्टल की सीढ़ीयों पर चढ़कर अंदर जा रहा है तभी रोहन का ध्यान आलोक पर गया और रोहन ने पीछे मुड़कर पूछा।- क्या हुआ आलोक? तू रुक क्यों गया।आलोक ने हॉस्टल के ऊपर छात्रावास -1 लिखा देख उस पर से नजर हटाकर

सोचना

12 जनवरी 2022
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कभी उसके बारे में क्या सोचना,जिसने तुम्हे कभी जाना ही ना हो ।

सुहानी शाम

26 दिसम्बर 2021
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<div>एक सुहानी शाम लिख दूँ मैं तेरे नाम </div><div>देखूँ मैं तुझे शामों-शहर और नहीं कोई दूजा का

दर्द

22 दिसम्बर 2021
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<div>उसने वो मुझे उसी वक्त भुला दिया था,</div><div>जब उसने अपनी जिन्दगी में मेरी जगह किसी और को दे द

हक से मांगा था

21 दिसम्बर 2021
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<p dir="ltr" style="line-height:1.38;margin-top:0.0pt;margin-bottom:0.0pt;" id="docs-internal-guid-a

डाकिया !

23 नवम्बर 2021
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<p dir="ltr" style="line-height:1.38;margin-top:0.0pt;margin-bottom:0.0pt;" id="docs-internal-guid-8

दोस्त तेरे जाने के बाद

24 अक्टूबर 2021
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<p dir="ltr" style="line-height:1.38;margin-top:0.0pt;margin-bottom:0.0pt;" id="docs-internal-guid-6

हिंदी के लिये 2 दवाएं

14 सितम्बर 2021
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<p>आज हम संपूर्ण भारत वर्ष में हिंदी दिवस के रूप में मना रहे है! लेकिन 1 ना दबाकर 2ही हमें क्यों दबा

जिद्द

7 सितम्बर 2021
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<p>कुछ करने के लिये जिद्द ठान लो,</p> <p>और फिर वो जिद्द हकीकत में बदल जायेगी! </p>

कोई गैर था

6 सितम्बर 2021
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<p>गलतियां सबसे होती है वो क्या कोई गैर था </p> <p>चले गये हो जो इतनी दूर हमसे क्या कोई ब

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