यह कहानी एक लड़की की है। जो एक छोटे से गांव की रहने वाली है। लड़की का नाम सोनल तिवारी है। सभी लोग प्यार से सानू बुलाते है। सोनल का जन्म 2 अप्रैल 1998 को हुआ था। पिता का नाम श्री लखन लाल तिवारी हैं। माता का नाम श्री मति शशि तिवारी हैं। बड़े भाई का नाम
नाम मे क्या रखा है, जिसका नाम था चित्ररेखा वो दिमाग के सारे चित्र और रेखा मिटा गयी। जिसका नाम था सरस्वती वो भी मूर्ख बना के चली गयी। जिसका नाम था जयंती वो भी पुण्यतिथि करवा के ही मानी। जिसका नाम था आभा वो भी जिंदगी को अंधकारमय कर गयी। नाम मे
"अमरावती के छलावे" यह कहानी पूर्णतया काल्पनिक है और इसके हर पात्र भी काल्पनिक हैं | "अमरावती के छलावे" कहानी है अनोखी किरदार अमरावती के जीवन से जुड़े किरदारों के जीवन यानि जिंदगी की | जिंदगी की बात की जाए तो जिंदगी में वक्त आमतौर पर दो रूपों मे